भारत मे सियासी उठापटक आम बात बात है। आये दिन पार्टियां व उनके नेता एक दूसरे पर आरोप लगाते रहते है। परंतु अब की बार जो मामला सामने आया है उसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे।मामला है गुजरात के सूरत का, जहाँ आम आदमी पार्टी की एक पार्षद ने अपने तलाक के लिए BJP विधायक को ज़िम्मेदार ठहराया है।
सूरत नगर निगम बोर्ड नंबर तीन की पार्षद रुता दूधगरा ने अपने पति से तलाक के लिए BJP विधायक वी डी झालावाड़िया को ज़िम्मेदार ठहराया है।
पार्षद रुता का आरोप है कि BJP विधायक ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 3 करोड़ रुपये की रिश्वत का प्रस्ताव दिया।
रुता का कहना है कि इससे पहले उनके पति चिराग को भी ऐसी ही पेशकश की थी। हालांकि रुता ने भाजपा विधायक को पार्टी में शामिल होने से मना कर दिया परंतु उनके पति ने भाजपा विधायक की बात मानकर पार्टी में शामिल हो गए। रुता के मुताबिक यह सौदा 25 लाख रुपये में हुआ।
रुता ने कहा- “मैंने अपने पति के बजाय अपने मतदाताओं को चुना और तीन हफ्ते पहले तलाक हो गया।” व इसके अलावा उन्होंने भाजपा विधायक को इसका ज़िम्मेदार ठहराया।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह कभी भी भाजपा में शामिल नहीं होंगी क्योंकि उनके मतदाताओं ने उन्हें भरोसे के साथ इस मुकाम पर पहुंचाया है और वह अपने मतदाताओं के इस भरोसे पर हमेशा खरी उतरेंगी।
वहीं भाजपा विधायक वी डी झालावाड़िया ने इन आरोपो को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी पार्षद व उनके पति को पार्टी में शामिल होने के लिए किसी भी तरह की राशि नही दी है।