ज़िंदगी की रेस नहीं जीत पाए मिल्खा सिंह,इस अधूरे सपने के साथ दुनिया को कह गए अलविदा

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भारत के दिग्गज धावक मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। निधन की खबर से पूरे देश एवं दुनिया मे शोक की लहर है। चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में उन्होंने अपनी आख़री सांसे ली। आपको बता दे मिल्खा सिंह पिछले कई दिनों से महामारी से संक्रमित थे और चंडीगढ़ में उनका इलाज चल रहा था। हालांकि पिछले कुछ दिनों में उनकी हालत में काफी सुधार आया था परंतु अचानक ऑक्सीजन की मात्रा में कमी होने की वजह से देर रात उनका देहांत हो गया।

PTI की माने तो रात 11:30 बजे मिल्खा सिंह ने अपनी आखरी सांस ली। दरसल पिछले माह 19 मई को मिल्खा सिंह महामारी से संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद उन्हें फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में भर्ती करा दिया गया था।
हालत में सुधार होने के बाद परिजनों के आग्रह पर उन्हें छुट्टी दे दी गयी थी। जिसके बाद वह सेक्टर 8 स्थित अपने आवास पर ही रह रहे थे।

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परंतु 3 जून को अचानक से तबियत बिगड़ जाने के कारण उन्हें PGI चंडीगढ़ में एडमिट कर दिया गया था जहाँ उनका इलाज चल रहा था। बीते बुधवार को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव भी आ गई थी परंतु संक्रमण के चलते वह खुद को काफी कमज़ोर महसूस कर रहे थे।

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शुक्रवार को अचानक से उन्हें फिर से बुखार चढ़ गया और ऑक्सीजन स्तर नीचे गिरता चला गया। हालांकि डॉक्टर्स उनकी स्थिति पर पूरी नज़र बनाये हुए थे परंतु तबियत ज़्यादा बिगड़ जाने के कारण डॉक्टर्स उन्हें नही बचा सके और उनका निधन हो गया।

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आपको बता दे कि बीते हफ्ते मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल सिंह का भी देहांत हो गया था। वह भी महामारी से संक्रमित थी और 13 जून की शाम को अचानक तबियत बिगड़ जाने के कारण उनका निधन हो गया था। निर्मल भारत की वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान भी रह चुकी है।

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“फ्लाइंग सिख” के नाम से ख्याति पाने वाले मिल्खा सिंह कॉमनवेल्थ में भारत को गोल्ड मैडल जिताने वाले पहले एथलिट थे। वहीं एशियन गेम्स में भी सिंह के नाम चार स्वर्ण पदक शामिल है। हालांकि उन्हें हमेशा यह मलाल रहा कि वे ओलिंपिक में भारत को मैडल नही जीता सके।

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परंतु मिल्खा सिंह का नाम खेल जगत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। उन्हें भारत के सबसे महान धावक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन की खबर सामने आते ही पूरे खेल जगत में दुख का माहौल है।

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सिर्फ खेल जगत ही नहीं कई दिग्गज नेता व अभिनेताओं ने भी ट्वीट कर अपना शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, गृहमंत्री अमित शाह जैसे नाम शामिल हैं। लेकिन एक बात तो तय है कि उनके देहांत के साथ आज एक दौर का अंत हुआ है जिसकी कमी शायद ही कोई पूरा कर पाए।

Written By- Chirag Goyal