महामारी का दौर अभी भी खत्म नहीं हुआ है लेकिन गिरावट जरूर हुई है। अब उतनी तेजी से मरीज नहीं बढ़ रहे जितनी तेज़ी से मरीजों का आंकड़ा पहले सामने आ रहा था। दूसरी लहर खत्म होने पर है जैसे-जैसे महामारी कम हो रही है, वैसे ही अनलॉक की प्रक्रिया भी जारी कर दी गई। थोड़ी सी छूट के साथ बाजार, मॉल,मेट्रो खोल दिया गया।
थोड़ा सा बदलाव भी देखा गया है लेकिन अभी महामारी गई नहीं है और लोगों के मन में डर बैठ गया है की अब जो तीसरी लहर आएगी वह बहुत ही ज्यादा भयानक होगी। जो ज्यादा प्रभाव बच्चों का डालेगी लेकिन उसके बावजूद भी आप सड़कों पर उमड़ती हुई भीड़ दिखाई दे रहे हैं।
जहां एक तरफ, हर जगह को खोल दिया गया है। कहीं लोगों की बढ़ती संख्या एक बार फिर से तीसरे लहर का कारण बन सकती है। इसी के चलते गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच एक बैठक की गई। जिसमें उन्होंने इस महामारी की चर्चा की। उनके द्वारा यह बताया गया कि सभी सारे प्रोटोकॉल्स का अच्छे से पालन करें, क्योंकि अगर जरा सी भी लापरवाही बरती गई तो, हम तीसरी लहर को अपने आप दस्तक देंगे और एक बार फिर से महामारी के आंकड़े ऊपर बढ़ते जाएंगे।
उनके द्वारा यह भी बताया गया कि इस महामारी को मात देने के लिए टीकाकरण कराए जा रहे हैं और टीकाकरण बड़े स्तर पर चल रहा है। लेकिन अभी भी लोगों को इस टीके से डर है कि कहीं उन्हें कुछ ना हो जाए। अभी तक मात्र पांच फ़ीसदी से भी कम लोगों ने अब तक टीकाकरण कराया। ऐसा क्यों दिखाई देता है कि लोग अभी भी टीकाकरण के लिए आगे आकर हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने भी बताया कि प्रदेश में जिला स्तर पर सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह हमेशा मास्क ना पहनने वालों के चालान काटे और जो बेवजह बिना किसी कारण के बाहर निकल रहे हैं। उनके ऊपर भी सख्त कार्रवाई की जाए।
क्योंकि अगर ऐसे ही सड़कों पर भीड़ उमड़ती रहे तो शायद एक बार फिर से तीसरी लहर को हम खुद दस्तक देंगे। इसलिए लापरवाही ना बरतें क्योंकि अभी भी महामारी नहीं गई है। इसलिए मास्क हमेशा पहन कर रखें और बेवजह बाहर ना निकले।
इसके अलावा उन्होंने यह भी आदेश दिए हैं कि नाइट कर्फ्यू में अगर कोई भी व्यक्ति बिना वजह घर से बाहर निकलता है। तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाए क्योंकि लॉकडाउन खुल चुका है। अगर अब हम हमारे को रोक सकते हैं तो वह सिर्फ नाइट कर्फ्यू के जरिए ही रोक सकते हैं। इसलिए पुलिस व प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को नाईट करती हूं पर ज्यादा जोर देना चाहिए।