यूपीएससी परीक्षा की तैयारी हर विद्यार्थी अपने तरीके से करता है। इस परीक्षा में मेहनत की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है। यूपीएससी की तैयारी करने का हर कैंडिडेट का तरीका यूनिक होता है। हर कोई अपनी क्षमताओं के अनुसार रणनीति तैयार करता है और उसके मुताबिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की कोशिश करता है।
यूपीएससी परीक्षा को पास कर IAS-IPS या अफसर बनने का सपना हर कोई देखता है। आज आपको 2017 बैच की आईएएस प्रेरणा सिंह की कहानी बताएंगे, जिन्होंने सटीक रणनीति और कड़ी मेहनत की बदौलत इस परीक्षा में सफलता हासिल कर अपना सपना पूरा कर लिया। उनकी कहानी से यूपीएससी की तैयारी करने वाले कैंडिडेट कुछ सीख ले सकते हैं।
यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करने वाले ही देश के नौकरशाह बन पाते हैं। यह हर किसी का सपना होता है। प्रेरणा सिंह का मानना है कि यूपीएससी के सिलेबस को पढ़ने से पहले आपको अपना बेस मजबूत कर लेना चाहिए। इसके लिए आप एनसीईआरटी की कक्षा 6 से लेकर 12 तक की किताबें पढ़ सकते हैं। वे कहती हैं कि अगर आपके पास वक्त की कमी है तो कक्षा 9 से 12 की किताबें पढ़ना ना भूलें। उन्होंने इसी तरह से अपनी तैयारी शुरू की थी।
यूपीएससी में सफल कैंडिडेट्स की कहानियां अक्सर आपने सुनी होंगी। सफलता की कहानियां लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। जब आपकी बेसिक्स क्लियर हो जाए उसके बाद अपने सिलेबस के अनुसार किताबों को गहराई से पढ़ें। प्रेरणा सिंह का मानना है कि तैयारी करते वक्त आप अपनी किताबों से छोटे-छोटे नोट्स बना लें। इनसे आप कम समय में अपने पूरे सिलेबस का आसानी से रिवीजन कर सकते हैं।
यूपीएससी की परीक्षा में प्राप्त रैंकिंग के आधार पर ही भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) या भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में चयन होता है। उनके मुताबिक रिवीजन की बदौलत ही आप इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। छोटे-छोटे नोट्स से आप अपने सिलेबस को संक्षेप में कई बार पढ़ सकते हैं। यह नोट्स परीक्षा से पहले आपका काफी समय बचाते हैं।