जहां एक तरफ महामारी से बचाव हेतु वैक्सीन को जीवनदायिनी के रूप में देखा जा रहा है वही दूसरी तरफ एक व्यक्ति को महामारी की वैक्सीन लगवाना भारी पड़ गया है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि जवाहर कॉलोनी निवासी जितेंद्र को वैक्सीन लगवाने की कीमत अपने दोपहिया वाहन से चुकानी पड़ी। जवाहर कॉलोनी निवासी जीतेन्द्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बल्लबगढ़ सिविल अस्पताल में महामारी की वैक्सीन लगवाने गए थे।
उन्होंने वहां अपनी बाइक को अस्पताल के बाहर लगा दी और वैक्सीन लगवाने अंदर चले गए। करीब डेढ़ घंटे जब वह महामारी की वैक्सीन लगवा कर वापिस आए तो उनकी बाइक गायब मिली। जितेंद्र ने इस बात की सूचना आदर्श नगर थाने में दी है और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
बल्लबगढ़ सिविल अस्पताल के बाहर मरीजों तथा उनके तीमारदारों के वाहन सुरक्षा के कोई विशेष इंतजाम नही किए गए है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है वही अस्पताल के बाहर पार्किंग की भी उचित व्यवस्था नही है, जिसकी वजह से सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। यह सिविल अस्पताल बल्लबगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार है।
यहाँ प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है वही पार्किंग तथा सुरक्षा के उचित इंतजाम ना होना लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन रहा है। शहर के अन्य अस्पतालों के बाहर भी पार्किंग की उचित व्यवस्था देखने को नही मिलती है।
शहर के सबसे बड़े अस्पताल बीके अस्पताल में भी पार्किंग की उचित व्यवस्था नही है। लोग अस्पताल परिसर तथा अस्पताल के बाहर वाहनों को पार्क करते है वही वाहनों की सुरक्षा हेतु भी अस्पतालों में कोई विशेष इंतजाम देखने को नहीं मिलते ऐसे में अस्पतालों में इलाज कराने आए मरीज और उनके तीमारदार अपने रिस्क पर अस्पतालों के बाहर अपन वाहनों को पार्क करते है।