अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में भारतियों का जलवा है। भारतियों की कुशलता उनकी स्बसे बड़ी ताकत है। यूएस के प्रेजिडेंट ने कनेक्टिकट के संघीय जज पद के लिए भारतीय-अमेरिकी नागरिक अधिकार अधिवक्ता सरला विद्या नगाला को नामित किया है। सीनेट यदि उनके नाम पर मुहर लगाती है तो वे कनेक्टिकट के जिला अदालत की दक्षिण एशियाई मूल की पहली न्यायाधीश होंगी।
अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस का भी कनेक्शन भारत से जुड़ा है। कमला अमेरिका की 49वीं उपराष्ट्रपति हैं। बहरहाल, सरला विद्या फिलहाल 2017 से कनेक्टिकट में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय में मुख्य अपराध इकाई की उप प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। सरला दक्षिण एशिया की पहली महिला होंगी, जो इस पद पर नियुक्त होंगी।
यह पद काफी पावरफुल माना जाता है। इस खबर से वहां रहने वाले भारतीय खुश हैं। नगाला ने वर्ष 2005 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने 2008 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बर्कले स्कूल आफ ला से स्नातक की उपाधि और ज्यूरिस डाक्टर की डिग्री प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने अपना करियर यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स में जज सुसान ग्रैबर के तहत एक लॉ क्लर्क के रूप में शुरू किया।
नस्ली घृणा अमेरिका में आम बात है। इसके खिलाफ सरला ने आवाज़ भी उठाई है। सरला को कानूनी संस्थाओं में रहने का लंबा अनुभव है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल और मैक्सिको सहित नौ देशों में नए राजदूतों की नियुक्ति की है। इनमें रिटायर्ड एयरलाइन पायलट सीबी सुलेनबर्गर भी शामिल हैं। सुलेनबर्गर ने एक उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आने के कारण यात्री विमान को हडसन नदी पर सुरक्षित उतारा था, वह इसमें विमान में सवार सभी यात्रियों की जान बचाने में सफल हुए थे।
कड़ी मेहनत के दम पर विदेश में भारतियों का डंका बजता है। उनका हुनर और मेहनत उन्हें अलग पहचान देती है। नगाला के अलावा, संघीय पीठ के लिए चार उम्मीदवारों और कोलंबिया जिला अदालतों के लिए दो उम्मीदवारों को नामित किया गया है