नए जमाने की नई निर्जला एकादशी, मीठे पानी की जगह दी यह बोतल

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आज यानी 21 जून दिन सोमवार को जहां देशभर में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर देश भर में जगह-जगह निर्जला एकादशी भी मनाई जा रही है। इसके लिए शहर में जगह-जगह गली व नुक्कड़ पर लोगों को मीठा पानी या फिर यूं कहें शापिल पिलाई जा रही है।

अगर हम बात करें तो शहर में सैकड़ों की संख्या में यह वितरण कार्यक्रम चल रहा है। लेकिन हर साल जहां लोगों को शापिल और मीठा पानी पिलाया जाता था। वहीं इस बार लोगों को कोल्ड ड्रिंक, जूस व लस्सी की बोतले वितरित की गई है।

नए जमाने की नई निर्जला एकादशी, मीठे पानी की जगह दी यह बोतल

शहर में निर्जला एकादशी के अवसर पर लोगों को कोल्ड ड्रिंक जूस और लस्सी की बोतले वितरित की गई। इस बारे में जब संस्थान के लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि महामारी का दौर चल रहा है और अभी भी महामारी का दौर पूर्ण रूप से खत्म नहीं हुआ है। इसीलिए उनके द्वारा इस बार कोल्ड ड्रिंक, बोतल व जूस और लस्सी की बोतलें दी जा रही है।

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क्योंकि अगर वह मीठा पानी वितरित करते तो उसको बनाने के लिए उनको अपने हाथों का प्रयोग करना पड़ता है। इससे लोगों में यह रहता कि कहीं उनको महामारी अपनी चपेट में ना ले । इसीलिए उनकी संस्था के द्वारा इस बार बंद पैकेट वाली बोतल वितरित की जा रही है ।

वहीं जिले में विभिन्न जगहों पर महामारी के चलते हुए लोगों के द्वारा मीठा पानी वितरित किया गया है। पांच नंबर स्थित शिव मंदिर के पंडित मनोज यादव ने बताया कि निर्जला एकादशी के दिन गरीबों को मीठा पानी पिलाना काफी शुभ माना जाता है। इसीलिए इस दिन शहर में जगह-जगह मीठे पानी की छबील लगाई जाती है।

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लेकिन इस बार एक नया रिवाज़ या फिर यूं कहें नए फैशन के तौर पर लोगों के द्वारा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लेकिन इस वितरण कार्यक्रम में मीठे पानी की बजाए कोल्ड ड्रिंक की बोतल और जूस वितरित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस दिन पानी पिलाना शुभ होता है, लेकिन लोग आस्था में भी नया फैशन ढूंढते हैं। इसीलिए इस बार बोतलों के सिस्टम के जरिए कोल्ड ड्रिंक और जूस वितरित किए गए हैं।