महामारी के चलते लॉकडाउन से एक तरफ जहां लोगों को आर्थिक तौर पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ कंपनी संचालकों ने मजदूरों का जीना दुश्वार कर रखा है।
शहर के कई निजी कंपनियां मजदूरों को समय पर वेतन नहीं दे रही है जिसकी वजह से मजदूरों को भरण पोषण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ऐसा ही एक मामला डबुआ स्थित दवा बनाने वाली कंपनी से सामने आया है जहां मजदूरों को पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन ना मिलने से परेशान मजदूरों ने बीते दिन कंपनी में जमकर तोड़फोड़ की तथा कंपनी संचालक के खिलाफ नारेबाजी की।
गुस्साए कर्मचारियों ने यहां कई वाहनों को तोड़ डाला वही दो कारों को उलट भी दिया। फैक्ट्री प्रबंधन की शिकायत पर दमोह थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। फैक्ट्री प्रबंधन में कर्मचारियों को पुलिस ने थाने बुलाया।
अभी किसी भी पक्ष की तरफ से पुलिस को शिकायत नहीं दी गई है। पुलिस के मुताबिक 30 से अधिक कर्मचारी यहां दवा फैक्ट्री में ठेकेदारों के अनुबंध पर काम कर रहे थे और उन्हें पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है।
कर्मचारियों का आरोप है कि ठेकेदार 3 महीने से उन्हें वेतन नहीं दे रहे। जब भी वेतन की बात कहते हैं तो ठेकेदार टाल देते हैं। सोमवार को वह वेतन के लिए फैक्ट्री के बाहर एकत्र हुए थे परंतु ठेकेदार और फैक्टरी प्रबंधन की तरफ से उनसे कोई बात करने नहीं आया। इससे नाराज होकर उन्होंने हंगामा किया है।
कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि कंपनी प्रबंधन की ओर से उन्हें 3 महीने से सैलरी नहीं दी गई है। वेतन मांगने पर कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों से बदतमीजी भी करते हैं ऐसे में कर्मचारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।