व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

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कहते हैं कि हम अपने घर को तो साफ सुथरा रखते हैं, लेकिन घर के बाहर हम गंदगी फैलाते हैं। जो कि बिल्कुल गलत है। जैसे कि हमारा घर हमें साफ सुथरा पसंद है, ऐसे ही हमें अपना शहर को भी साफ सुथरा होना चाहिए। इसीलिए शहर के कुछ लोग तो अपने घर के अंदर के साथ-साथ घर की बाहर की सड़क को भी साफ करते हैं।

लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अब साफ सफाई पर सवाल उठाते हैं या फिर यूं कहें कि वह साफ सफाई करते ही नहीं है। इसे साफ सफाई की छोटी सी बात को लेकर अगर गली के दो पड़ोसियों के बीच में झगड़ा हो जाता है।

व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

तो वह झगड़ा कई बार इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि झगड़े को सुलझाने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद के सूरजकुंड ग्रीन फील्ड कॉलोनी में देखने को मिला। जहां पर दो पड़ोसियों के बीच सिर्फ इसी बात को लेकर लड़ाई हुई थी।

व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

वह सड़क पर साफ सफाई क्यों नहीं करते हैं। लेकिन यह लड़ाई इतनी बढ़ गई एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के परिवार वालों को साथ मार पिटाई की। इसकी शिकायत जब पुलिस चौकी ग्रीन फील्ड में दी गई। तो पुलिस चौकी इंचार्ज के द्वारा दोनों पक्षों को बैठकर समझौता करवा दिया गया।

व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

लेकिन पीड़ित पक्ष की बेटी को यह समझौता मंजूर नहीं था। क्योंकि आरोपी पक्ष के द्वारा उसके पिता और उसके बेटे को बहुत ही ज्यादा मारपिटाई की गई। तो इसी बात को लेकर पीड़ित पक्ष की बेटी ने कमिश्नर आफ पुलिस ओ पी सिंह को लिखित शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्रीन फील्ड कॉलोनी के गेट नंबर 15 के मकान नंबर 4066 B में रहने वाले अविनाश कुंद्रा ने बताया कि वह पिछले 5 साल से अपने परिवार के साथ इस मकान में रह रहे हैं। उनके परिवार में उनकी 18 साल की बेटी इशिका, उनका 13 साल का बेटा मयंक व उनकी पत्नी कमलेश है। जब से वह फ्लैट में रहने के लिए आए हैं तब से वह सड़क पर झाड़ू लगाकर सफाई करते हैं।

व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

करीब डेढ़ साल पहले धर्मेंद्र बिधूड़ी दिल्ली से इस पॉकेट में एक फ्लैट में शिफ्ट हुए हैं। उसके थोड़ी दिनों के बाद से ही उन्होंने जमीन पर कब्जा करने की नियत से तुलसी गार्डन बना दिया जो कि सड़क के किनारे है। जिसमें तार फेंसिंग करके उसमें छोटे पेड़- पौधे लगा दिए हैं।

उनका कहना है कि जमीन कब्जा करने की शिकायत सबसे पहले उन्होंने 5 मई 2021 को रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को दी व उसके बाद उन्हें दूसरी शिकायत 15 मई 2021 को अर्बन इंप्रूवमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड में की। दोनों में से किसी की ओर से कोई जवाब नहीं आया या फिर यूं कहें कि शिकायत पर किसी प्रकार का कोई कार्यवाही नहीं हुई।

व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

इसी बात को लेकर धर्मेंद्र बिधूड़ी, राजेश अरोड़ा, अनिल चौधरी व तीन चार अन्य लोगों ने उनके व उनके बेटे मयंक पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि जिस दौरान आरोपी पक्ष के द्वारा उनके साथ मार पिटाई की गई थी वह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। इस मार पिटाई की शिकायत संबंधित ग्रीन फील्ड कॉलोनी के पुलिस चौकी में दी गई।

पुलिस चौकी इंचार्ज विष्णु ने बताया कि दोनों पक्षों की बातों को सुना गया और दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया गया। लेकिन अरविंद की बेटी को यह समझौता मंजूर नहीं था और उनकी बेटी इशिका ने इस की शिकायत पुलिस कमिश्नर ऑफिस सिंह को सेक्टर 21c उनकी कार्यालय पर दी। जिस पर एक मुकदमा सभी आरोपियों के खिलाफ थाना सूरजकुंड में दर्ज हो गया है।

व्हाइट हाउस में रहने वाली बेटी ने इंसाफ के लिए सीपी से लगाई गुहार, इस बात पर हुआ था समझौता

इस मामले में ग्रीन फील्ड चौकी के इंचार्ज विष्णु का कहना है कि उनकी ड्यूटी अभी खोरी गांव में लगी हुई है। इसीलिए आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन जैसे ही वहां से वह फ्री होंगे तब वह इस केस पर कार्यवाही करेंगे।

वहीं इस बारे में धर्मेंद्र बिधूड़ी का कहना है कि जिस दिन यह झगड़ा हुआ था उस दिन है उस समय घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे। वह पुलिस की कार्यवाही में अपना पूर्ण सहयोग देंगे।