महामारी का दौर दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा है, लेकिन अभी पूर्ण रुप से खत्म नहीं हुआ है। महामारी के दौर को फोन बुक से खत्म करने के लिए सरकार के द्वारा लॉकडाउन लगाया गया था। लेकिन जैसे से महामारी का दौर कम होता रहा, वैसे वैसे लॉकडाउन के जो नियम थे।
उसमें भी काफी रियायतें देने लगी। इसके बाद लोगों ने महामारी के नियमों का सख्ती से पालन करना बंद कर दिया। इसी वजह से एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि 6 से 8 हफ्तों में महामारी की तीसरी लहर भी अपने देश में दस्तक दे देगी।
क्योंकि सरकार के द्वारा lockdown के नियमों में काफी बदलाव किया गया है। जिससे लोगों को तो राहत मिली है, लेकिन लोगों के द्वारा महामारी के जो नियमों का पालन करना बंद कर दिए है। अगर आने वाले समय में स्कूलों को खोल दिया जाता है, तो क्या तीसरी लहर के लिए स्कूल और प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
क्योंकि सोमवार से लॉकडाउन में काफी रियायतें दी गई है। जिसकी वजह से लोगों ने महामारी के नियमों का पालन करना भी बंद कर दिया है। इस बारे में जब एक सरकारी स्कूल के टीचर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूल एजुकेशन के द्वारा किसी प्रकार का कोई भी कैंप आयोजन नहीं किया गया।
जिसमें स्कूल के सभी कर्मचारी व स्टाफ के लोग वैक्सीन लगवा सके। उन्होंने बताया कि सभी लोग अपने स्तर पर वैक्सीन लगवा रहे हैं। जिसमें से कुछ लोगों ने तो वैक्सीन लगवा ली है। लेकिन कुछ लोग ने अभी भी वैक्सीन नहीं लगवाई है।
वहीं हसला के प्रधान संदीप चौहान ने बताया कि एजुकेशन डिपार्टमेंट और प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का कोई कैंप का आयोजन नहीं किया गया है। स्कूल में कार्य करने वाले स्टाफ और कर्मचारियों ने खुद अपने लेवल पर ही वैक्सीन लगवाई है।
उन्होंने बताया कि अगर आने वाले समय में स्कूल खोल दे जाते हैं, तो बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए स्कूल का सभी स्टाफ व कर्मचारी अगर वैक्सीनेट होंगे तो ही बच्चे सुरक्षित होंगे।