अपनी पावर का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी, आरटीआई में हुआ यह बड़ा खुलासा

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जिला शिक्षा विभाग में कार्यरत कुछ अधिकारियों पर इन दिनों पावर का नशा सर चढ़ कर बोल रहा है। विभाग में कार्यरत कुछ वरिष्ठ अधिकारी अपने पावर का गलत इस्तेमाल कर रहे है ऐसा एक मामला सामने आया है जहां एक वरिष्ठ पद पर तैनात अधिकारी ने अपने पावर का गलत इस्तेमाल कर बर्खास्तगी के बाद भी अपने पद पर तैनात रही है और आगे प्रमोशन भी लेती रही।

अपनी पावर का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी, आरटीआई में हुआ यह बड़ा खुलासा

इतना ही नही अपने कार्यालय में इतने भ्रष्टाचार को अंजाम देने के बावजूद भी उन पर कोई ठोस कार्यवाही नही की गई है और आगामी 30 जून को वह रिटायर हो रही है।


28 अप्रैल 2021 को सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत एक सरकारी अध्यापक के द्वारा एक आरटीआई लगाई गई जिसमें विभाग में तैनात डिप्टी डीईओ के बर्खास्तगी के बाद भी उनकी तैनाती से संबंधित जानकारी मांगी गई।

आरटीआई के अनुसार 22 फरवरी 1995 को डिप्टी डीईओ को बर्खास्त कर दिया गया था । उनके बर्खास्तगी के आदेशों पर हाई कोर्ट ने भी 2012 में स्टे हटा दिया था परंतु फिर भी वह 1994 से लेकर 2021 तक सेवा में बनी हुई है।


जानकारी के अनुसार डिप्टी डीईओ को 1994 में पीजीटी अध्यापक के पद से बर्खास्त कर दिया गया था। वह उच्च न्यायालय से स्टे लेकर सेवा में बनी हुई थी। स्टे के बावजूद उनका लगातार प्रमोशन होता रहा।

अपनी पावर का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी, आरटीआई में हुआ यह बड़ा खुलासा

प्रमोशन के बाद पहले वह अध्यापक से प्रिंसिपल बनी उसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी तथा अब वह डिप्टी डीईओ के पद पर कार्य करते हुए आगामी 30 जून को रिटायर हो रही है।

शिक्षा निदेशालय ने आरटीआई के जवाब देते हुए बताया कि डिप्टी डीईओ के दतावेज कार्यालय के रिकॉर्ड में उपस्थित ही नही है, ऐसे में यह सोचने का विषय है कि ना जाने और भी कितने भ्रष्ट अधिकारी अपनी पावर का दुरुपयोग कर बचकर निकल गए होंगे।

विभाग की जांच के बाद ही सभी प्रमोशन किये गए है। आरोप निराधार हैं। उन्होंने विभाग में ईमानदारी से नौकरी की है। अब उनपर कोई विभागीय जांच नहीं चल रही है। यह सब साजिश के तहत उनके प्रमोशन को रुकवाने और रिटारमेंट को खराब करने के लिए किया जा रहा है।
डिप्टी डीईओ फरीदाबाद