नगर निगम कर्मचारियों का टूल डाउन तथा एक सरकारी छुट्टी में पूरे शहर को कचरा शहर में बदल कर रख दिया। शहर के अलग-अलग हिस्सों में कचरे का ढेर लग गया है परंतु नगर निगम का इस पर कोई ध्यान नही है।
दरअसल, शहर भर से कचरा एकत्र करने का काम नगर निगम ने ईकोग्रीन को दिया है परंतु ईकोग्रीन कंपनी की कार्यशैली से नगर निगम पार्षद से लेकर आम जनता तक कोई भी संतुष्ट नही है।
ईकोग्रीन कंपनी की कचरा एकत्रित करने वाली गाड़ी समय व नियमित तौर पर वार्डों में नही पहुंचती है, जिससे लोग अपने घरों का कचरा खाली प्लॉटों तथा सड़को पर ड़ाल देते है।
एनआईटी 86 के अंर्तगत आने वाले एयरफोर्स रोड़ पर कचरे का अंबार लगा हुआ है। इकोग्रीन गाड़ियों की अनियमितताओं के कारण पूरा शहर कचरे के खत्तों के रूप में तब्दील होता जा रहा है।
नगर निगम कर्मचारियों ने वेतन की मांग को लेकर 3 दिनों से टूल डाउन किया हुआ है। टूल डाउन में सफाई कर्मचारी भी शामिल हैं जिसकी वजह से शहर से कचरों का उठान नहीं हो पा रहा जिसकी वजह से अलग-अलग जगहों पर कचरे का खत्ता लगा हुआ है।
गौरतलब है कि जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शहर भर को 30 जून तक कचरा मुक्त करने के आदेश दिए थे परंतु आदेशों की जमीनी स्तर पर धज्जियां उड़ रही है।