यूपीएससी की परीक्षा जब कोई केंडिडेट बिना कोचिंग के पास करता है तो वह कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन जाता है। यूपीएससी की तैयारी करने वाले हर कैंडिडेट का अलग नजरिया होता है। कुछ लोग कोचिंग को बेहद जरूरी मानते हैं तो कुछ लोग सेल्फ स्टडी की बदौलत यहां सफलता प्राप्त करके दिखाते हैं। आज आपको यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2019 में सफलता प्राप्त करने वाली सर्जना यादव के सफर के बारे में बताएंगे।
यूपीएससी की परीक्षा पास करना हर किसी का सपना होता है। युवाओं का यह सपना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन नामुमकिन नहीं। सर्जना ने सेल्फ स्टडी और रिवीजन को सबसे जरूरी माना और इसी की बदौलत आईएएस अफसर बनने का सपना पूरा कर लिया।
यूपीएससी में सफल कैंडिडेट्स की कहानियां अक्सर आपने सुनी होंगी। सफलता की कहानियां लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। सर्जना को यूपीएससी में तीसरे प्रयास में सफलता मिली। इसके पीछे अच्छी तरह तैयारी ना होना सबसे बड़ी वजह थी। वे साल 2018 तक नौकरी कर रही थीं और नौकरी के साथ तैयारी नहीं कर पा रही थीं। आखिरकार उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह डेडीकेट होकर यूपीएससी की तैयारी की।
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं।बिना मेहनत के इसमें कुछ हासिल नहीं होता है। सर्जना की किस्मत ने उनका साथ दिया और उन्होंने यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक 126 प्राप्त की। सर्जना यादव उन कैंडिडेट्स में शुमार हैं, जिन्होंने घर पर रहकर यूपीएससी की तैयारी की। सेल्फी स्टडी और रिवीजन को वह सबसे अहम मानती हैं। अपनी क्षमता के अनुसार पढ़ाई के घंटे तय कर लें और हर दिन उसका नियमित रूप से पालन करें।
हर केंडिडेट का अपना अलग – अलग तरीका होता है। सर्जना कहती हैं कि इस तरह की स्ट्रेटेजी अपनाएंगे तो यूपीएससी में जल्दी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।