महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या 3 करोड़ के हुई पार, 50 दिन में आए एक करोड़ मरीज

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अभी महामारी का दौर थमा नहीं है। अभी भी कहीं ना कहीं महामारी से ग्रस्त मरीज सामने आ रहे हैं। महामारी का दूसरी लहर जब आई थी तो उस का कहर पूरी दुनिया में फैल रहा था और शायद अब तक उसका कहर रुका नहीं है। कहीं ना कहीं अभी भी दूसरे लहर के मरीज सामने आ रहे हैं।

वहीं लोगों को यह डर है कि अभी जो तीसरी लहर आने वाली है वह बहुत ज्यादा खतरनाक होने वाली है। देखा गया है की टीकाकरण भी जोरों शोरों से हो रहा है और इस समय हर व्यक्ति यही चाहता है कि जल्द से जल्द उसको टीका लग जाए और वह इस महामारी से लड़ने के लिए और मजबूत बन सके।

महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या 3 करोड़ के हुई पार, 50 दिन में आए एक करोड़ मरीज

आंकड़ों की मानें तो महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या का आंकड़ा 3 करोड़ के पार हो चुका हैं। जिसमें से एक करोड़ केस महज़ 50 दिन में सामने आए हैं। अगर शुरुआती दिनों की बात करें तो भारत देश में सबसे पहला महामारी से ग्रस्त मरीज 30 जनवरी 2020 को मिला था देखते ही देखते यह आंकड़ा बढ़ता ही गया।

महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या 3 करोड़ के हुई पार, 50 दिन में आए एक करोड़ मरीज

आंकड़ों में कोई रुकावट नहीं आई। मई के आंकड़ों को देखा जाए तो सबसे ज्यादा 6 मई को महामारी स3 से ग्रस्त मरीजों की संख्या की बात करें तो इस बिरियानी एक ही दिन में पूरे भारत में 4.14 लाख मरीज पॉजिटिव पाए गए थे ।

टीकाकरण अभियान में आई तेजी

महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या 3 करोड़ के हुई पार, 50 दिन में आए एक करोड़ मरीज

जहां एक और भारत वर्ष में महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या 3 करोड़ के पार हुई है। वहीं अगर हम टीकाकरण की संख्या की बात करें तो यह संख्या 28 करोड़ के पार हो चुकी है यानी भारत वर्ष के 28 करोड़ लोगों ने वैक्सीन लगवा कर अपने व अपने परिवार को सुरक्षित कर लिया है।

टीकाकरण की प्रक्रिया बहुत ही जोरों शोरों से चल रही है। इस समय हर व्यक्ति यही चाह रहा है कि उसको टीका लग जाए। इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भी यह बताया गया है कि सोमवार को 86 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगी थी।

महामारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या 3 करोड़ के हुई पार, 50 दिन में आए एक करोड़ मरीज

मरीजों को वैक्सीन बहुत ही जोरों शोरों से लगवाई जा रही है और देखा गया है कि अभी भी टीके की कोई कमी नहीं है। अभी भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 2.40 करोड़ डोज अभी भी उपलब्ध है।