वायरस की पहली वेव,दूसरी वेव और अब तीसरी वेव भारत में आने को तैयार है । ऐसे में डेल्टा प्लस वेरिएंट वायरस का भौकाल पूरे देश में फैल रहा है, ऐसे में इस वेरिएंट के लक्षण और कैसे बचा जाए इस वेरिएंट से इन सवालों के साथ स्पेशलिस्ट से बातचीत की और सभी सवालों के जवाब मांगे तो जानिए स्पेशलिस्ट कि क्या राय रही ?
डॉक्टर लवलीन मंगला
क्या है डेल्टा वेरिएंट ?
डेल्टा वैरीअंट का एक हिस्सा है डाटा प्लस वेरिएंट , यह वही वैरीअंट है जिसने पूरे देश में भौकाल मचा रखा है जिस तरह से एक व्यक्ति बच्चे से जवानी और जवानी से बुढ़ापे में जाता है उसी तरह यह वैरीअंट अपडेटेड वैरीअंट है। आगे आने वाले टाइम में डेल्टा प्लस से बड़े वायरस भी देखने को मिल सकते हैं। इस वायरस का फैलने का रेट ज्यादा है इस वैरीअंट से पुरानी वैरीअंट के मुकाबले केवल दो या तीन लोग संक्रमित नहीं होंगे बल्कि 1 वैरिएंट 10 तक पहुंच सकता है।
इस डेल्टा वेरिएंट में एक न्यूट्रिशन आई है जिसका k417 इस वजह से ये वायरस घातक है,इसी वजह से ये अनुमान लगाया जा रहा है की 3rd वेव आई तो ये आतंक फैला सकता है । मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और केरला राज्यों में इस वेरिएंट के आने की अधिक संभावनाएं हैं ।
क्या 3rd वेव इसके कारण आ सकती है ?
हां, इस कारण थर्ड वेव बिल्कुल हो सकती है लेकिन यह समय ही बता सकता है कि थर्डवेव आखिर किस कारण की वजह से आई और किस पर ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है ।
क्या बच्चों पर इसका प्रभाव ज्यादा पड़ सकता है ?
यह सवाल भी वक्त बता सकता है लेकिन जो हमने देखा की पहली वेब में बच्चों से जुड़े मामले बेहद कम थे लेकिन सेकंड वेब में बच्चों को भी नुकसान हुआ है । बाद में बच्चों को पता नहीं लगा लेकिन कुछ समय बाद बच्चों पर भी इसका प्रभाव पड़ने लगा । इसका असर जवान लोगों पर भी देखने को मिल सकता है ।
क्या है इसके लक्षण ?
जो लक्षण बाकी वैरीअंट में थे वही लक्षण इसमें रेंट में भी हैं लेकिन बस ज्यादा प्रभावित जैसे कि खांसी जुखाम बुखार छाती में दर्द इत्यादि बचने के तरीके भी हैं वह भी सामान्य है जैसे की मास्क, सैनिटाइजेशन दो गज दूरी इत्यादि । यदि आप दवा लगवा लेते हैं तो संक्रमित होने की संभावनाएं कम है ।
फरीदाबाद सहित 8 राज्यों में बजी खतरे की घंटी,देखिए पूरी रिपोर्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आठ राज्यों को चिट्ठी लिखकर डेल्टा प्लस वेरिएंट पर दिए अहम निर्देश दिए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 8 राज्यों के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर डेल्टा प्लस को लेकर तैयारी करने को कहा है. ये राज्य आंध्रप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, पंजाब, कर्नाटक, राजस्थान और तमिलनाडु हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इन राज्यों को कहा कि जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें, जिसमें भीड़ और लोगों का आपस में मिलने जुलने पर रोक, बड़े स्तर पर टेस्टिंग, तत्काल ट्रेसिंग और साथ ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन कवरेज शामिल है. साथ ही टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए लोगों के पर्याप्त सैंपल लैब को तत्काल भेजे जाएं.
इस वेब से भी बचने का एकमात्र तरीका बताया जा रहा है मास्क लगाना सैनिटाइजेशन करना और 2 गज की दूरी बरतना ही है । इसीलिए इस महामारी से बचने का यही एकमात्र तरीका है स्पेशलिस्ट के अनुसार भी दवाई से पुणे तक खतरा नहीं थमता ।