यदि हिंदुस्तान की बात करी जाए तो हरियाणा प्रदेश को दूध दही का उत्पादक प्रदेश माना जाता है जहां सबसे अधिक दूध दही का उत्पादन होता है।
हरियाणा ने हाल ही में एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त करी है , जिसके लिए केंद्र सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जाएगा। इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए पशुधन विकास कार्यक्रम में हरियाणा के गाय और भैसों को मुँह – खुर व गलघोटू रोग से मुक्त करने के लिए वैक्सीन कार्यक्रम सफल रहा है ।
आपको बता दें कि पलवल की एक रिपोर्ट के अनुसार 2 अक्टूबर 2019 को पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग की उपनिदेशक डॉ. नीलम आर्य ने बताया कि जिला में दो अक्टूबर से पशुओं को मुहखुर व गलघोटू कासंयुक्त टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले यह टीका पशुओं को मूहखुर व गलघोटू बिमारी से रोकथाम के लिए अलग-2 लगाया जाता था। लेकिन इस द्वितीय चरण अभियान के दौरान पशुओं में इन दोनों बिमारियों से बचाव के लिए एक ही टीके का इस्तेमाल किया जाएगा।
उपलब्धि: पशुधन विकास कार्यक्रम में हरियाणा के गाय और भैसों को मुँह – खुर व गलघोटू रोग से मुक्त करने के लिए वैक्सीन कार्यक्रम सफल रहा है; पिछले एक साल से इन बीमारियों का कोई मामला सामने नहीं आया।
— DPR Haryana (@DiprHaryana) June 8, 2020
इस सफलता के लिए हरियाणा को केंद्र से 15 करोड़ रुपये का अतिरिक्त अनुदान मिलेगा। pic.twitter.com/pa65lsn7qj
उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से टीकाकरण के लिए 27 टीमों का गठन किया गया है, जोकि घर-घर जाकर पशुओं का टीकाकरण करेंगे। संबंधित क्षेत्र के पशुचिकित्सक प्रत्येक टीम का नेतृत्व करेंगे तथा उपमंडल अधिकारी सभी टीमों का निरिक्षण करेंगे।
पिछले एक साल से इन बीमारियों का कोई मामला सामने नहीं आया। इस सफलता के लिए हरियाणा को केंद्र से 15 करोड़ रुपये का अतिरिक्त अनुदान मिलेगा । इस प्रक्रिया के दौरान कई बार पशु को थोडा बहुत बुखार की शिकायत हो सकती है या टीके वाली जगह पर गांठ बन सकती है, लेकिन नुकसान वाली कोई बात नहीं होती। हरियाणा की इस उपलब्धि से पशुओं को काफी हद तक राहत मिलेगी ।