फरीदाबाद 28 जून:- हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद द्वारा शहरीकरण नीति के अंतर्गत लगभग एक करोड़ रुपए की लागत राशि से फरीदाबाद नगर निगम के वार्ड नंबर-18 के गांव अनखीर की सभी गलियों में बिछाई गई सीवरेज लाइन पिछले लगभग 22 वर्षों से आज तक चालू ही नहीं की गई है ।
सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा से सेवानिवृत्त जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी फरीदाबाद एवं अनखीर ग्राम निवासी तिलक बिधूड़ी सहित गांव के अन्य सभी निवासीगण इस समस्या को झेलने के लिए विवश हैं । उनहोंने बताया कि इस सीवरेज लाइन परियोजना की आधारशिला हरियाणा सरकार में तत्कालीन परिवहन मंत्री एवं मेवला महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री कृष्णपाल गुर्जर ने 13 जून 1999 को रखी थी ।
यह शिलान्यास पत्थर आज भी गांव के सरकारी स्कूल की चारदीवारी की शोभा एक शिलालेख की तरह यथावत बढा रहा है । हरियाणा सरकार ने अनखीर गांव को 1978 में पंचायती राज सिस्टम से अलग करके तत्कालीन फरीदाबाद मिश्रित प्रशासन फरीदाबाद में शामिल कर दिया था । उस समय गांव की जो आबादी व घरों की संख्या थी अब वह लगभग दुगनी हो चुकी है । इस समय गांव की आबादी लगभग 10,000 है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा गांव अनखीर की काश्तकारी की जमीन का अधिग्रहण सन 1970 ,1984, व 1993 में फरीदाबाद के रिहायशी सेक्टर 21 ए बी सी डी के लिए कर लिया गया था । सरकार की ग्राम शहरीकरण नीति के अंतर्गत किसानों के मुआवजे में से कुछ राशि काटकर ग्राम विकास निधि (वीडीएफ) के तौर पर जमा करके रख ली गई ताकि समय-समय पर इससे गांव में शहरी सेक्टरों की तर्ज पर विकास कार्य करके गांव का शहरीकरण किया जा सके ।
इस निधि में से ही हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद द्वारा गांव में यह सीवरेज लाइन बिछाई गई जो कि आज तक एक मेनहोल से दूसरे मेनहोल तक प्लग करके बंद की हुई है। ऐसे में किसी भी घर से दूषित जल निकासी का पाइप इस में नहीं जोड़ा जा सकता है क्योंकि गंदा पानी इस लाइन में आगे बढ़ ही नहीं सकेगा और सड़कों पर ही फैलता रहेगा।
मौजूदा सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के इस समय में भी इस गांव के लोग या तो खुले में शौच जाने को मजबूर हैं या फिर छोटे शौचालय बनाकर खुली नालियों में ही गंदा पानी बहाने को विवश हैं जबकि फरीदाबाद जिला प्रशासन जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लिये खुले मे शौचमुक्त (ओपन डेफीकेशन फ्री) का प्रमाण-पत्र भी नवंबर-2016 मे हासिल कर चुका है जोकि यहां का हाल देख कर तो झूठा ही साबित हो रहा है ।
इस तरफ फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, संबंधित बड़खल हलके की विधायक सीमा त्रिखा, संबंधित वार्ड नंबर 18 के पार्षद रतनपाल, उपायुक्त यशपाल यादव, नगर निगम आयुक्त डॉक्टर गरिमा मित्तल तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद के प्रशासक कृष्ण कुमार सहित सरकारी तंत्र के किसी भी अधिकारी अथवा है
जनप्रतिनिधि द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है जबकि इस तरफ इन सभी को विशेष ध्यान देना चाहिये अन्यथा जिला प्रशासन द्वारा केंद्र सरकार से जिले के लिए ओडीएफ प्रमाण-पत्र लेना व्यर्थ और झूठा ही साबित होगा और ग्रामवासी सीवरेज व्यवस्था न होने का खामियाजा भुगतने को विवश ही रहेंगे।