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कभी 50 रुपये के लिए करते थे संघर्ष, आज कड़ी मेहनत से बने असिस्टेंट कमिश्नर

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समय बदलते वक्त नहीं लगता। बस आपको कड़ी मेहनत से लगातार प्रयास करते रहने चाहिए। आप सबकुछ हासिल कर सकते हैं। अगर हौसला बुलंद हो और समर्पण भाव से मेहनत की जाए, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। ऐसे ही उदाहरण छात्र कृष्ण राय का जीवन भी है। कृष्ण राय कभी 50 रुपए के लिए संघर्ष करते थे, लेकिन कड़ी मेहनत के बूते उन्होंने लोक सेवा आयोग की परीक्षा कर असिस्टेंट कमिश्नर का ओहदा हासिल कर लिया।

यूपीएससी परीक्षा में आपको सच्ची लग्न के साथ मेहनत करनी होती है। सफलता की कहानियां लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। जब छात्र बड़ा ओहदे पर पहुंच गया तब उसके शिक्षक और सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने अपने ट्विटर हैंडल से कृष्ण राय की जीवनी साझा की, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।

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अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो सारी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है। इस डायलॉग को आपने ज़रूर सुना होगा। चर्चित शिक्षण संस्थान सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने छात्र की जीवनी को शेयर करते हुए लिखते हैं, ” राय को जीवन में काफी संघर्षों का सामना किया लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारी। आज वह असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर पहुंच गए हैं।

कभी 50 रुपये के लिए करते थे संघर्ष, आज कड़ी मेहनत से बने असिस्टेंट कमिश्नर

इनकी कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करने वाले ही देश के नौकरशाह बन पाते हैं। आनंद ने अपने फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल से लिखा, ”कभी 50 रुपए के लिए भी कई दिनों तक लगातार संघर्ष करने वाला मेरा शिष्य कृष्ण कुमार राय सुपर 30 के रास्ते जब यूपीएससी क्वालीफाई करके असिस्टेंट कमिश्नर बनकर आज मुझसे पहली बार मिलने आया तब मुझे सच में शिक्षक होने पर गर्व होने लगा।

कभी 50 रुपये के लिए करते थे संघर्ष, आज कड़ी मेहनत से बने असिस्टेंट कमिश्नर

यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अपनी तैयारी सही प्लानिंग के साथ करनी चाहिए। आनंद ने आगे लिखा कि समाज के दबे-कुचले लोगों के प्रति उसकी संवेदनशीलता को देखकर मुझे यही लगा कि, ‘मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।

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