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कोरोना की वैक्सीन लगाने के बहाने, कराया बेटीयों का खतना!

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कोरोना की वैक्सीन लगाने के बहाने, कराया बेटीयों का खतना – मिस्र में, एक व्यक्ति ने अपनी तीन बेटियों को कोरोनवायरस वायरस का टीका लगाने के नाम पर खतना करवाया। अवैध सर्जरी करने के लिए लड़कियों के पिता और डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

तीनों लड़कियां नाबालिग थीं और उन्हें बताया गया था कि डॉक्टर उन्हें कोरोनावायरस वैक्सीन लगाने आ रहे थे। लेकिन डॉक्टर ने उन्हें बेहोश कर दिया।

कोरोना की वैक्सीन लगाने के बहाने, कराया बेटीयों का खतना!

मिस्र में खतना गैरकानूनी है। इन लड़कियों के माता-पिता का तलाक हो चुका है। जब लड़कियों ने अपनी मां को खतना के बारे में बताया, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया।

कोरोना की वैक्सीन लगाने के बहाने, कराया बेटीयों का खतना

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है,

“सार्वजनिक अभियोजन ने एक डॉक्टर और तीन लड़कियों के पिता के खिलाफ तत्काल आपराधिक मुकदमा चलाने का आदेश दिया है।”

डॉक्टर पर अपराध में व्यक्ति की मदद करने का आरोप लगाया गया है।

कोरोना की वैक्सीन लगाने के बहाने, कराया बेटीयों का खतना!

जांचकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर ने इन लड़कियों को 18 साल से कम उम्र में बेहोश करने के लिए दिया था। होश में आने पर, लड़कियों ने पाया कि उनके पैर बंधे हुए थे और उन्हें जननांग में दर्द महसूस हो रहा था।

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खतना करने वाले डॉक्टर को 7 साल तक की जेल हो सकती है। मिस्र ने 2008 में एफजीएम पर प्रतिबंध लगा दिया और 2016 में इसे आपराधिक कृत्य घोषित किया लेकिन मुस्लिम बहुल देशों में यह अभी भी कई जगहों पर होता है।

खतना का स्याह सच

लड़कियों का खतना किशोरावस्था से पहले यानी छह-सात साल की छोटी उम्र में ही करा दिया जाता है. इसके कई तरीके हैं.

जैसे क्लिटरिस के बाहरी हिस्से में कट लगाना, या इसके बाहरी हिस्से की त्वचा निकाल देना.

खतना से पहले एनीस्थीसिया भी नहीं दिया जाता. बच्चियां पूरे होशोहवास में रहती हैं और दर्द से चीखती हैं.

पारंपरिक तौर पर इसके लिए ब्लेड या चाकू का इस्तेमाल करते हैं और खतना के बाद हल्दी, गर्म पानी और छोटे-मोटे मरहम लगाकर दर्द कम करने की कोशिश की जाती है.

बोहरा मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाली इंसिया दरीवाला के मुताबिक ‘क्लिटरिस’ को बोहरा समाज में ‘हराम की बोटी‘ कहा जाता है.

बोहरा मुस्लिम मानते हैं कि इसकी मौजूदगी से लड़की की यौन इच्छा बढ़ती है.

इंसिया दरीवाला ने कहा, “माना जाता है कि क्लिटरिस हटा देने से लड़की की यौन इच्छा कम हो जाएगी और वो शादी से पहले यौन संबंध नहीं बनाएगी.”

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