निगमायुक्त डॉ गरिमा मित्तल की अध्यक्षता में हुई साप्ताहिक बैठक में पार्षदों ने लंबे समय से रुके विकास कार्यों के लिए जमकर हंगामा बरपा। पार्षद निगमायुक्त डॉ गरिमा मित्तल के कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए और जल्द से जल्द फंड रिलीज करने की मांग की।
दरअसल, नगर निगम के अंतर्गत आने वाले वार्डों में इन दिनों मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। लोग सीवर ओवरफ्लो तथा पानी की किल्लत जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसी ही मूलभूत सुविधाओं तथा समस्याओं के समाधान हेतु निगमायुक्त ने साप्ताहिक बैठक बुलाई।
बैठक में वार्ड पार्षद सुरेंद्र अग्रवाल, महेंद्र भड़ाना, दीपक चौधरी, नरेश नंबरदार, ललिता यादव, जसवंत सिंह, कुलबीर तेवतिया, जगत सिंह भूरा, जयवीर खटाना, सतीश आदि मौजूद रहे। पार्षदों ने निगमायुक्त से एक करोड रुपए के भुगतान की मांग की वहीं पार्षद सुरेंद्र अग्रवाल ने एनआईटी विधायक नीरज शर्मा के खिलाफ अतिक्रमण के मामले में अपनी शिकायत निगमायुक्त के सामने रखी।
मीटिंग का माहौल उस समय बदल गया जब सभी पार्षद अपनी मांगों को लेकर निगम आयुक्त कार्यालय में धरने पर बैठ गए तथा अपना रोष व्यक्त किया। पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में लोगों को होने वाली समस्याओं के विषय में निगम कमिश्नर को अवगत कराया।
पार्षद नरेश नंबरदार ने बताया कि निगम कमिश्नर सिर्फ आश्वासन के अलावा और कुछ नहीं कर रही। बैठक में भी पार्षदों को केवल आश्वासन की मीठी गोली मिली है परंतु काम के लिए निर्णय नहीं लिया गया है।
पार्षद दीपक चौधरी ने बताया कि निगमायुक्त डॉक्टर गरिमा मित्तल अपने काम को बेहद ही लापरवाही से कर रहे हैं। निगम कमिश्नर आश्वासन तो दे देती हैं परंतु समस्या का समाधान नहीं करती ऐसे में आगामी चुनावों के लिए पार्षदों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि बैठक से समस्याओं का कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है ऐसे में कल केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर से इस विषय में सभी पार्षद मिलेंगे तथा अपनी समस्याएं रखेंगे।