पिछले कुछ सालों में एक कंपनी सामने आई जिसने भारत में स्वदेशी प्रोडक्ट को काफी हद तक लोगों तक पहुंचाया , और लोगों को स्वदेशी अपनाने के लिए भी प्रेरित किया। इस कंपनी ने अनेकों आयुर्वेदिक प्रोडक्ट निकाले लेकिन अब वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का भी आयुर्वेदिक इलाज ढूंढ़ लिया है ।ऐसा कंपनी का दावा किया जा रहा है ।
पतंजलि के फाउंडर और योग गुरु स्वामी रामदेव ने कई अहम मुद्दों पर ज़ी बिज़नेस से खास बातचीत की । जी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में स्वामी रामदेव ने दावा किया कि उनके पास कोरोना का शर्तिया इलाज है और केवल यही नहीं उनकी दवा 100 फीसदी कारगार है ।
क्या आयुर्वेद में, योग में पतंजलि के पास कोरोना का रामबाण इलाज है?
जब बाबा रामदेव से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया की गिलोय और अश्वगंधा से कोरोना का इलाज किया जा सकता है ।
जवाब में स्वामी रामदेव ने कहा कि वो पूरी प्रमाणिकता के साथ यह कह सकते हैं कि गिलोय और अश्वगंधा से कोरोना का इलाज हो सकता है
आपको बताना चाहेंगे कि कोरोना की शुरुआत में ही इस बात को कहा था कि गिलोय में ‘किनोकार्टिसाइड’ और अश्वगंधा में विथेनॉन है । जो इस बीमारी को नष्ट करने के लिए कारगार साबित हो सकता है । रामदेव के मुताबिक, कोरोना वायरस हमारे शरीर में घुसकर पूरे सेल्स और सिस्टम को डिस्टर्ब करता है और मल्टीपल हो जाता है और बॉडी के सेल्स को संक्रमित करता रहता है ।
शरीर के अंदर की संक्रमण चेन को तोड़ने में अश्वगंधा और गिलोय 100 फीसदी कारगार है ।100 फीसदी रिकवरी रेट
रामदेव के मुताबिक, गिलोय और अश्वगंधा की टेस्टिंग रोगियों पर भी की गई है। इसका 100 फीसदी रिकवरी रेट है. रोगियों को खाली पेट और खाने के बाद गिलोय, अश्वगंधा और तुलसीवटी दी।
पतंजलि की रिसर्च हुए पूरी
इसका नतीजा यह रहा कि 100 फीसदी रिकवरी रेट और 0 फीसदी डेथ रेट रहा । हालांकि, अभी इस पर क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल चल रहा है, बहुत जल्दी इसके पूर आंकड़े आ जाएंगे। इससे साफ हो जाएगा कि किस तरह से हम कोरोना को हरा सकते हैं। पतंजलि की रिसर्च पूरी हो चुकी है। साइंटिफिक डॉक्यूमेंट पूरे देश के सामने रखेंगे।