वन स्टॉप सेंटर ने लावारिस घूमती मिली महिला व उसकी बच्ची को सुरक्षित शेल्टर होम पहुंचाया

0
245

फरीदाबाद, 3 जुलाई। उपायुक्त यशपाल के कुशल मार्ग दर्शन में सरकार द्वारा जारी हिदायतो के अनुसार जिला में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।

स्थानीय वन स्टॉप सेंटर की मदद से एक लावारिश घूमती महिला तथा उसकी पुत्री को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। यह महिला अपने बच्चे के साथ काफी दिनों से नागरिक अस्पताल फरीदाबाद के आस-पास लावारिश घूम रही थी।

वन स्टॉप सेंटर ने लावारिस घूमती मिली महिला व उसकी बच्ची को सुरक्षित शेल्टर होम पहुंचाया

गौरतलब है कि एक महिला जोकि मानसिक रूप से कमजोर है तथा उसके साथ उसकी 2 वर्षीय पुत्री भी है। इसकी सूचना वन स्टॉप सेंटर ईन्चार्ज/प्रशासिका मीनू यादव को प्राप्त हुई। उसके बाद उस महिला एवं उसकी बच्ची को वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रसाशिका मीनू के द्वारा वन स्टॉप सेंटर में लाया गया।

महिला से पूछताछ करने पर पता चला कि महिला एचआईवी पॉजिटिव है। उसके बाद महिला की काउंसलिंग करने पर उसने बताया कि उसके पति को उसकी इस बीमारी का पता लगने के बाद उसको छोड़ दिया है। महिला ने बताया कि अब वो अपने पिता के घर एक कॉलोनी में रहती है। वहां पर भी उसके भाई उससे झगड़ा करते रहते हैं। जिससे परेशान हो कर वो घर से निकल आई है। वन स्टॉप सेंटर के द्वारा महिला की बेटी का बीके नागरिक अस्पताल में एचआईवी टेस्ट करवाया गया। जोकि नेगेटिव पाया गया है।

वन स्टॉप सेंटर ने लावारिस घूमती मिली महिला व उसकी बच्ची को सुरक्षित शेल्टर होम पहुंचाया

वन स्टॉप सेंटर के द्वारा पीड़िता के पिता को सेंटर में बुलाया गया, जहां उन्होंने बताया कि वो पीड़िता की बीमारी का इलाज करवाने में असक्षम है। वह पीड़िता तथा उसकी बेटी का पालन पोषण नहीं कर सकता है। उसके बाद वन स्टॉप सेंटर के द्वारा पीड़िता तथा उसके पिता की सहमति से उसकी 2 वर्षीय बेटी को सीडब्ल्यूसी के माध्यम से फरीदाबाद स्थित एडोप्सन केंद्र में छोड़ा गया।

वन स्टॉप सेंटर ने लावारिस घूमती मिली महिला व उसकी बच्ची को सुरक्षित शेल्टर होम पहुंचाया

पीड़ित महिला को शेल्टर होम में छोड़ा गया ताकि पीड़िता तथा उसकी बेटी सुरक्षित रह सके। वन स्टाप सेंटर की प्रशासिका श्रीमती मीनू देवी ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर फरीदाबाद द्वारा अब तक कुल 1185 पीड़िताओं को कानूनी, पुलिस, मेडिकल सहायता और साइको सोशल परामर्श तथा शेल्टर की सहायता प्रदान की गई। वन स्टॉप सेंटर के द्वारा पीड़ित महिलाओं के घर पर जाकर भी आवश्यक सहायता दी जा रही है। जिससे की पीड़ित महिलाओं को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।