इस युवक ने फरीदाबाद का नाम किया रोशन, युवाओं के लिए है प्रेरणा स्रोत

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आज के युवा जहां नशा करके अपने जीवन को खत्म करने पर तुले हुए हैं। वही कुछ युवा सभी के लिए प्रेरणा स्रोत बन कर कुछ कर गुजरने की ठानकर अपने मुकाम को हासिल करते है। दरअसल हम बात कर रहे हैं फरीदाबाद के रहने वाले कपिल की। कपिल ने पायलट बन फरीदाबाद व हरियाणा का गौरव बढ़ाया है।

पर्वतीय कॉलोनी में एक मिडिल क्लास परिवार में जन्मे कपिल ने पायलट बनकर न सिर्फ फरीदाबाद बल्कि समूचे हरियाणा प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। कपिल की इस उपलब्धि के लिए सामाजिक व राजनीति क्षेत्र से जुड़े लोगों ने उन्हें बधाई दी है।

इस युवक ने फरीदाबाद का नाम किया रोशन, युवाओं के लिए है प्रेरणा स्रोत

ऐसे युवा सभी के लिए प्रेरणा है और ऐसे युवाओं से हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। एक और जहां युवक नशे की हालत में तो पड़े रहते हैं वहीं दूसरी ओर कपिल जैसे कुछ युवा है जो अपने देश प्रदेश का मान बढ़ाते हैं।

अपनी इस उपलब्धि का श्रेय कपिल ने अपने मां-बाप, मामा-मामी, भाई व जीजा को दिया है। गौरतलब है कि फरीदाबाद की पर्वतीय कालोनी निवासी अमरचंद के पुत्र कपिल को 8 फरवरी 2012 को एयर फोर्स में अंबाला एयर बेस पर बतौर एयर मैन भर्ती किया गया था।

इस युवक ने फरीदाबाद का नाम किया रोशन, युवाओं के लिए है प्रेरणा स्रोत

ढाई वर्ष तक एयर फोर्स में सेवा देने के बाद दिसंबर 2014 में कपिल ने आर्मी जॉइन कर ली तथा 2015 में देहरादून पासिंग आउट परेड से बताओ लेफ्टिनेंट पास आउट हुआ। इसके बाद उन्होंने जम्मू कश्मीर जैसे आतंकवाद प्रभावित राज्य में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दी तथा दिसंबर 2018 में उन्हें कैप्टन बनाया गया।

2020 में आर्मी एविएशन मेंं कपिल का पायलट के लिए सेलेक्शन किया गया। 1 जनवरी 2021 से कपिल की इलाहाबाद में 6 महीने की ट्रेनिंग हुई तथा 6 महीने की सफलतापूर्वक ट्रेनिंग करने के बाद और 6 महीने के लिए वह नासिक में ट्रेनिंग लेगा तथा 1 दिसंबर 2021 को पास आउट होगा।

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कपिल का कहना है कि शुरुआती दिनों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा किंतु पिता अमरचंद, मां विजय, मामा बिजेंद्र शर्मा, मामी रीना शर्मा, भाई अनिल ने बखूबी साथ दिया। मामा बिजेंद्र शर्मा ने मेहनत कैसे की जाती है इसके बारे में बताया तो भाई अनिल ने मेहनत करनी सिखाई। मां-बाप पायलट बनने के खिलाफ थे क्योंकि उन्हें इस सर्विस में जोखिम नजर आ रहा था किंतु जीजा दीपक ने उनकी हौसला अफजाई की तथा पायलट की ट्रेनिंग पर जाने को कहा। जिसका परिणाम है कि वह पायलट बन गया।