सरकारी कर्मचारी ने दी निराली धमकी, बताया खुद को विष्णु का कल्कि अवतार :- एक तरफ तो देश मंगल तक पहुँच गया हैं, वही दूसरी ओर अंधविश्वास असीम सीमा पार कर चुका हैं. हालात तो इतने खराब हो गये हैं कि लोग आज कल भगवान के नाम पर केवल भिक्षा ही नहीं बल्कि अब धमकियां भी देने लगे हैं. ऐसा ही एक मामला गुजरात से सुनने को आया हैं, जहाँ कर्मचारी ने ग्रेच्युटी न मिलने पर लेबर कोर्ट की तरफ रुख करने की बजाय, अपने आप को विष्णु का कल्कि अवतार बताकर श्राप देने की धमकी देना सही समझा.
नौकरीं मे वेतन सम्बंधित विवाद तो काफी आम हैं, लेकिन ग्रेच्युटी के लिए दैविक शक्तियों से श्राप देने का दावा करना, ये रोजमर्रा के जीवन में होने वाली घटनाओं से एक दम जुदा और हटकर हैं परन्तु ये कोई हास्य नाटक का चलचित्रण नहीं बल्कि असली जीवन की घटना हैं.
दरअसल इस घटना के मुख्य पात्र गुजरात सरकार के एक पूर्व कर्मचारी रमेशचंद्र फेफ़र हैं और उनका ये दावा हैं की वे विष्णु के कल्कि अवतार हैं | खुद को भगवान कहने वाले फेफ़र ने ग्रेच्युटी जल्दी मिलने की मांग पूरी कराने के लिए श्राप का सहारा लिया हैं
विष्णु का कल्कि अवतार
उनका कहना हैं की अगर उनकी मांग जल्दी से जल्दी पूरी न की गयी तो वे अपनी दैविक शक्तियों का इस्तेमाल करके पूरे विश्व में भीषण सूखे का प्रकोप ला देंगे.
फेफ़र का कहना हैं कि सरकार में बैठे राक्षसों ने उनकी 16 लाख ग्रेच्युटी और एक साल का वेतन 16 लाख रोक कर बैठे हैं. फेफ़र ने आगे कहते हुए बताया की अगर उन्हें इसी तरह परेशान किया गया, तो वे कल्कि जो कि विष्णु के दसवें और अंतिम हैं, उनकी दैविक शक्तियों का प्रकोप झेलना पड़ेगा.
फेफ़र ने खुद के कल्कि होने के दावे के चलते, आठ महीने में केवल 16 दिन ऑफिस गये. जिस कारण उन्हें 2018 जल संसाधन विभाग द्वारा नोटिस भी भेजा गया था. विभाग सचिव एम के जादव का कहना हैं कि फेफ़र बिना ऑफिस आये ही वेतन की मांग कर रहे हैं.
इस पर फेफ़र ने अपने कल्कि होने हा हवाला देते हुए, स्वयं को वर्षा लाने के काम में व्यस्त बताया और कहने लगे की पिछले दो वर्षो से वह ही वर्षा लाने के लिए पूर्णतः जिम्मेदार हैं.