फरीदाबाद में सैलून और रेस्टोरेंट को खोलने को लेकर अब स्थिति पूर्णरूप से साफ हो गई है डीएम यशपाल यादव ने 9 जून को जारी अपने आदेश में कहा कि नगर निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस आशय के आदेश जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि सभी होटल, रेस्टोरेंट और सैलून संचालक सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और सेनेटाईजेशन के नियमों की पालना करनी होगी।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के द्वारा अब यह आदेश पारित किए गए हैं कि अब सैलून और रेस्टोरेंट खोल सकते है इसके अंतर्गत सभी लोग अपने होटल व रेस्टोरेंट खोल सकते हैं। मगर इससे पहले पूरे होटल व रेस्टोरेंट को सेनीटाईज करना अनिवार्य होगा।
नियमों के अनुसार होटल व रेस्टोरेंट में केवल पचास प्रतिशत ग्राहकों को ही बिठाया जा सकेगा। इनमें दो गेट बनाने होंगे, एक आने के लिए व दूसरा जाने के लिए। इसके लिए एंट्री गेट पर सेनीटाईज टनल लगाना होगा और प्रत्येक व्यक्ति को उसमें से ही गुजरकर अंदर एंट्री करने दी जाएगी।
इसके अलावा ग्राहक व होटल स्टॉफ के बीच कम से कम 6 फुट का अंतर रखना जरूरी होगा। होटल में मेन्यू कार्ड डिस्पोजेबल रखना होगा, जोकि दोबारा से इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकेगा। इसके साथ ही कोविड-19 के अंतर्गत जितने भी नियम बनाए गए हैं,
वह सभी लागू किए जाने अनिवार्य होंगे। ग्राहक के जाने के बाद उसके बैठने के स्थान को सेनीटाईज करना होगा। इन तमाम उपायों के बाद ही होटल व रेस्टोरेंट को चलाया जा सकेगा। इन नियमों का पालन ना करने वाले होटल व रेस्टोरेंट पर कानूनी कार्रवाई किए जाने का भी प्रावधान है।
उनके अनुसार होटल व रेस्टोरेंट मालिक के तमाम उपायों की सरकारी अधिकारी द्वारा समय समय पर निगरानी की जाएगी। बता दें कि राज्य सरकार ने हाल ही में पूरे प्रदेश में होटल व रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति दे दी थी।
पंरतु कोरोना के बढ़ते केसों के चलते फरीदाबाद व गुरूग्राम को इससे दूर रखा गया था। फरीदाबाद व गुरूग्राम के होटल मालिकों के दबाव में सरकार को आखिरकार फरीदाबाद में लगाया गया प्रतिबंध हटाना पड़ा है।
यहां यह भी बताना जरूरी है कि इन दोनों जिलों से ही सरकार को भारी राजस्व प्राप्त होता है। ऐसे में इन दोनों जिलों के होटल मालिकों ने सरकार पर अपने जिलों में लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग थी। जिसे देखते हुए फरीदाबाद में मंगलवार की शाम को यह आदेश लागू कर दिए हैं।
इन आदेशों से होटल मालिकों में खुशी है, उनका कहना है कि कम से कम इस नियम के बाद वह अपने खर्चे तो निकाल ही सकेंगे। अब तक वह लॉकडाऊन के समय से अपने सभी भारी भरकम खर्चों को लेकर परेशान थे। लेकिन इससे उन्हें कुछ तो राहत जरूर मिलेगी।