खोरी क्षेत्र में माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के पश्चात अवैध अतिक्रमण खाली करवाने के लिए प्रशासन द्वारा की गई पहल का गुरुवार को असर दिखाई देने लगा। पहले तोड़े गए मकानों व लोगों द्वारा स्वयं खाली किए गए मकानों का मलबा ईट दरवाजे खिड़कियां व अन्य सामान अब लोगों ने खुद ही उठाना शुरू कर दिया है।
इसके लिए प्रशासन लोगों की ट्रक व जेसीबी मशीन से लगातार मदद कर रहा है। गुरुवार को बड़ी संख्या में मलबा व अन्य सामान लोगों ने स्वयं ही उठा लिया। प्रशासन द्वारा खोरी क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। इसके पश्चात वहां के निवासियों ने प्रशासन से अपील की थी कि वह स्वयं ही अपना सामान व निर्माण मलबा उठाना चाहते हैं।
इसके पश्चात बुधवार देर सायँ नगर निगम आयुक्त डॉ गरिमा मित्तल, उपायुक्त यशपाल एवं डीसीपी एनआईटी अंशु सिंगला ने पत्रकार वार्ता कर लोगों तक यह संदेश पहुंचाया था कि गुरुवार को तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं होगी और लोग अगर चाहे तो स्वयं अपने मकानों का सामान व अन्य मलबा उठा सकते हैं।
इसके पश्चात गुरुवार सुबह करीब 6:00 बजे नगर निगम आयुक्त डॉ गरिमा मित्तल, उपायुक्त यशपाल एवं डीसीपी एनआईटी अंशु सिंगला सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी खोरी बस्ती पहुंचे और वहां लोगों को समझाया। इस दौरान सभी अधिकारियों ने कहा कि निर्माण सामग्री जिसमें ईट चौखट खिड़की दरवाजे व अन्य जरूरी सामान है वह काफी महंगा होता है।
ऐसे में जो लोग चाहे तो वह अपना मलबा वह जरूरी सामान उठा सकते हैं। इसके लिए प्रशासन द्वारा वहां पर बड़ी संख्या में अर्थ मूवर्स व ट्रकों का इंतजाम किया गया था। इसके पश्चात बड़ी संख्या में लोग सामने आए और अपना सामान ले जाना शुरू किया। दोपहर बाद तक काफी संख्या में मकानों का सामान व मलबा उठाया जा चुका था।
इस संबंध में उपायुक्त यशपाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुपालन हर हालात में की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले लोगों को यह समय दिया गया है कि वह अपना जरूरी सामान वह मलबा स्वयं ही उठा ले।