फरीदाबाद के खोरी गांव में तोड़फोड़ को लेकर पिछले कुछ सप्ताह से नगर निगम फरीदाबाद आए दिन खोरी गांव के दौरे कर रहा है एवं नगर प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के साथ तैयारी में जुटा हुआ है।
मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव के सदस्यों के अनुसार नगर निगम को केवल तोड़फोड़ की प्लानिंग के बारे में ही चिंता है किंतु सामाजिक एवं मानवीयता के आधार पर किसी प्रकार की कोई भी तैयारी नगर निगम की तरफ से नहीं की गई है। साथ ही हरियाणा सरकार ने भी अपनी प्रमुख भूमिका निभाने में इस मामले में दिलचस्पी नहीं ली।
जहां झुग्गी वहीं मकान का नारा देने वाले कुछ धरना प्रदर्शन कारियों को दिल्ली पुलिस द्वारा आज दिन में जनपद मार्ग के पास डिटेन कर लिया गया। यह जानकारी मिलते ही मजदूर आवाज संघर्ष समिति के सदस्यों ने अपने 12 मानवाधिकार अधिवक्ताओं की टीम लेकर मंदिर मार्ग थाना पहुंचे एवं थानाधिकारी मंदिर मार्ग से बातचीत कर डिटेन किए गए प्रदर्शनकारियों को मुक्त करवाने हेतु अनुरोध किया गया।
काफी मशक्कत एवं प्रयास के बाद थानाधिकारी मंदिर मार्ग ने लगभग 150 डिटेन किए गए प्रदर्शनकारियों को मुक्त किया। मुक्ति के पश्चात दिल्ली पुलिस ने समस्त प्रदर्शनकारियों को बस में भरकर बदरपुर बॉर्डर पर छोड़ दिया।
आज तड़के 12:00 बजे के लगभग नगर निगम की ओर से जेसीपी मशीन लगाकर खोरी गांव में पड़े हुए मलबे तथा और संरचनात्मक ढांचों को हटाया गया। प्रशासन से मिली रिपोर्ट के अनुसार कल तोड़फोड़ होने की संभावना है।
मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव ने आज फिर हरियाणा सरकार, फरीदाबाद नगर निगम और नगर प्रशासन से गुहार लगाई कि पहले मजदूरों का पुनर्वास कर लिया जाए।
बिना पुनर्वास के प्रशासन जो ड्राइव चलाएगा उसकी मजदूर आवास संघर्ष समिति खोरी गांव कड़े शब्दो में निन्दा करता है चूकि यह मानवाधिकार के खिलाफ़ है।