खोरी गांव के करीब 600 परिवार इन दिनों मूलभूत सुविधाओं के बिना अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा इन लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
खोरी के यह परिवार पिछले 1 महीने से बिना पानी और बिजली के रह रहे हैं। गांव में पिछले 1 महीने से बिजली कनेक्शन कट कर दिया गया है तथा टैंकरों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है ऐसे में लोग दिल्ली के लाल कुआं से पानी लाने को मजबूर है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अरावली के वन क्षेत्र में बसे खोरी गांव को हटाने के आदेश दिए हैं। आदेशानुसार नए खोरी गांव को हटाया जाएगा। नए खोरी गांव में तोड़फोड़ की कार्यवाही को कल अमल में लाया जा सकता है वहीं तोड़फोड़ से पहले नए खोरी व पुराने खोरी दोनों गांव में बिजली कनेक्शन कट कर दिए गए हैं ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों ने बताया कि गांव में बिजली पानी सप्लाई के लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नई खोरी क्षेत्र में बिजली की सप्लाई पुरानी खोरी क्षेत्र के ट्रांसफार्मर से होती है। बिजली निगम द्वारा ट्रांसफार्मर से सप्लाई बंद करने का खामियाजा पुरानी खोरी वासियों को भी भुगतना पड़ रहा।
आपको बता दें कि नगर निगम के रिपोर्ट के अनुसार खोरी गांव में 125 एकड़ जमीन है जिसमें से 80 एकड़ जमीन पर कब्जा किया हुआ है। इस कब्जे को खाली कराया जाएगा। इसके साथ ही दिल्ली के लाल कुआं क्षेत्र से कटा हुआ पुराना खोरी गांव है। यह गांव करीब 80 साल पहले बसा था।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और नगर निगम को 6 हफ्तों में अवैध निर्माण को तोड़ने के आदेश दिए हैं, ऐसे में आनन-फानन में जिला प्रशासन ने गांव में बिजली पानी की सप्लाई बंद करवा दी है जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि पुराने खोरी में सरकार द्वारा दी गई सभी सुविधाएं उपलब्ध है। पुरानी खोरी में बिजली पानी सड़कें सहित सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं वही पेयजल सप्लाई के लिए तीन ट्यूबेल भी लगाए गए हैं।
हरियाणा सरकार की ओर से यहां मीटर भी लगाए गए हैं ऐसे में बिजली ना होने के कारण लोग इन सुविधाओं का लाभ नहीं ले पा रहे।