यूपी के गाजियाबाद की घंटाघर कोतवाली पुलिस ने किया बड़ा खुलासा। चोरी के ट्रकों और ट्रेलर के सहारे ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाता था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन गैंग का मुखिया अब भी फरार है।
दरअसल ये लोग दुर्घटनाग्रस्त चोरी हुए ट्रकों के फर्जी पेपर तैयार करके ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाते थे। इनके पास से ट्रेलर भी बरामद किए गए और चार से पांच ट्रक होने की बात सामने आई। आरोपियों की पहचान रियाजुद्दीन, आमिद और आलम के रूप में हुई है जबकि गैंग का मुखिया आकिल अब भी फरार है।
घंटाघर कोतवाली पुलिस प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम रियाजुद्दीन, आमिर और आलम है और गैंग के मुखिया आकिल की तलाश अब भी जारी है। पूछताछ में पता चला कि यह ट्रांसपोर्ट कंपनी चोरी के ट्रकों और ट्रेलर के साथ चल रही थी। वहीं, आकिल के पास 4-5 ट्रक होने की बात भी सामने आई है। हालांकि उसकी गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले में पूरी जानकारी सामने आ सकेगी। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही मामले की पूरी जानकारी सामने आ सकेगी।
साथ ही यह भी पता चला कि हादसे में स्क्रैप होने वाली और चोरी हुए वाहनों को निशाना बनाते थे। इसके बाद वह वाहन मालिक को कुछ रुपये देकर पेपर ले लिया करते थे। फिर यह गैंग हाइवे पर खड़े ट्रक और ट्रेलर की चोरी करने के बाद अपने पास मौजूद पेपर के आधार पर उन पर इंजन और चेसिस नंबर लगाकर चलाते थे।
पुलिस के मुताबिक, यह गैंग चोरी के वाहनों से एक पूरी ट्रांसपोर्ट कंपनी चला रहे थे। साथ ही चोरी के ट्रकों से यह लोग देश के कई हिस्सों में सामान भी भेजते थे। गैंग द्वारा जो पेपर दिखाए जाते थे, वह बिल्कुल असली लगते थे। इसी कारण टोल प्लाजा या फिर पुलिस चेकिंग के दौरान वह सभी को गुमराह कर निकल जाते थे।