संक्रमण का कहर भले ही अब शांत हो गया है, मगर इसका प्रभाव कम नही हो सका हैं। ऐसे में फरीदाबाद जिलें के अंतर्गत आने वाले जिला अस्पताल नागरिक बादशाह खान अस्पताल परिसम में बन रहे अस्थायी अस्पताल के निर्माण में अब और तेजी लाने के लिए अस्थायी अस्पताल के लिए प्री-फैब्रिकेटेड पेशेंट वार्ड रूम (लोहे के कंटेनर) पहुंचना शुरू हो गए हैं।
इसके तहत सोमवार को चार कंटेनर फरीदाबाद पहुंचे हैं। अगले चार से पांच दिनों में 13 कंटेनर और पहुंचेंगे। अस्पताल की नींव का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। कंटेनर जिले की ही पीवीकेएस कारपोरेशन द्वारा तैयार कराए जा रहे हैं।
टाटा स्टील लिमिटेड कारपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत 102 बेड का अस्पताल स्वास्थ्य विभाग को बना कर देगी। अस्पताल के प्रत्येक बेड पर आक्सीजन की भी सुविधा होगी। इसके लिए 500 लीटर क्षमता आक्सीजन प्लांट भी स्थापित किया जा रहा है। प्रीफैब्रिकेटेड पेशेंट वार्ड रूम में छह बेड लगाए जा सकेंगे। इसके अलावा शौचालय की भी व्यवस्था होगी।
यह कंटेनर अंदर से पूरी बनकर तैयार है। मरीजों को गर्मी परेशान नहीं होना पड़ा पड़े, इसके लिए कंटेनर में खिड़कियां भी दी गई है, साथ ही अंदर कूलिग की पूरी व्यवस्था होगी। अस्थाई अस्पताल का निर्माण कार्य आधा एकड़ जमीन पर बनाया जा रहा है और यह 15 वर्ष तक चल सकता है। एक अनुमान के अनुसार आने वाले अगस्त तक तीसरी लहर आ सकती हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रणदीप सिंह पूनिया का कहना है कि महाराष्ट्र एवं केरल में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखकर चिकित्सक तीसरी लहर को कयास लगाने लगे हैं कि अगस्त तक कोरोना की तीसरी लहर अपनी रफ्तार पकड़ सकती है।
स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि तीसरी लहर के आने से पूर्व अस्पताल एवं आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो जाए। अस्पताल के निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। एक सप्ताह में सभी कंटेनर हमारे पास आ जाएंग। उसके बाद बहुत अधिक समय नहीं लगेगा। एक महीने में पूरा अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा।