संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए फरीदाबाद जिला प्रशासन कोरोना के हल्के लक्षणों वाले मरीजों को होम आइसोलेशन पर रखा गया है लेकिन इसको लेकर डीसी की ओर से इस बारे में नई गाइडलाइन जारी की गई है । फरीदाबाद में 254 लोग होम आइसोलेशन पर रखे गए है
कोरोना संक्रमित मरीजों को तीन श्रेणी में बांटा गया है
पहला बहुत कम लक्षण वाले मरीज, जिन्हें होम इसोलेशन में रखा जाता है।
दूसरा ऐसे मरीज जिनमें कोरोना के तीन या चार लक्षण दिखाई देते हैं, इन मरीजों को कोविड हेल्थ सेंटर में रखा जाता है।
तीसरा ऐसे मरीज जिनमें कोरोना के सभी लक्षण दिखाई देते हैं, ऐसे मरीजों को कोविड हॉस्पिटल में रखा जाता है।
यह दी गई गाइडलाइन
● कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में तभी जा सकता है जब डॉक्टर अपनी रिपोर्ट में मरीज को होम इसोलेशन की इजाजत दे।
● दूसरा मरीज के पास घर पर आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो.
● घर पर एक आदमी 24 घंटे उसके साथ रहने वाला होना चाहिए.
● अस्पताल के साथ मरीज हर वक्त टच में हो।
मरीज के मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप भी होना बेहद जरूरी है.
● मरीज के हेल्थ की रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य अधिकारी को होनी चाहिए।
होम आइसोलेशन के दौरान मरीज के लिए निर्देश
● हर वक्त ट्रिपल लेयर वाला मेडिकल मास्क पहनना होगा। हर 8 घंटे में इसे बदलना होगा।
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● अगर मास्क गीला या गंदा हो जाता है तो तुरंत बदलना पड़ेगा।
● इस्तेमाल के बाद मास्क को डिस्कार्ड करने से पहले 1% सोडियम हाइपो-क्लोराइट से संक्रमण रहित (डिसइन्फेक्ट) करना होगा।
● मरीज को अपने कमरे में ही रहना होगा। घर के दूसरे सदस्यों खासकर बुजुर्गों और हाइपरटेंशन या दिल की बीमारी वाले लोगों से संपर्क नहीं होना चाहिए।
● घर का कोई एक सदस्य ही ऐसे व्यक्ति की देखभाल करे।
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-●ऐसे व्यक्ति की त्वचा के सीधे संपर्क में आने से बचें।
-●घर को साफ करने के लिए दस्ताने पहनें। उन्हें उतारने के बाद हाथों को अच्छे से धोएं।
-● घर में किसी बाहरी व्यक्ति को न आने दें।
-● होम क्वॉरंटाइन व्यक्ति में लक्षण नजर आए तो 14 दिनों तक सभी नजदीकी संपर्क बंद कर दें। ऐसा तब तक करें जब तक रिपोर्ट निगेटिव न आ जाए।
● होम क्वॉरंटाइन व्यक्ति के कमरे के फर्श और हर चीज को एक फीसदी सोडियम हाइपोक्लोराइट सोल्यूशन से साफ करें।
● इसके अलावा टॉयलेट को भी रोज रेगुलर हाउसहोल्ड ब्लीच से साफ करें।
○ चल रहने वाले मरीजों को भी ध्यान की उतनी ही जरूरत है जितनी हॉस्पिटल में रह रहे मरीजो का होती है
कब लेनी होगी मेडिकल मदद
किसी भी तरह के गंभीर लक्षण नजर आने पर तुरंत मेडिकल मदद लेनी होगी
● सांस लेने में तकलीफ
●सीने में दर्द या दबाव
● मेंटल कन्फ्यूजन
● होंठ / चेहरे का नीला पड़ना
उन संकेतों का भी ख्याल रखना होगा जो आपको बताए गए है ताकि उपचार सुचारू रूप से किया जाये और फिर वो वापस से सामान्य जीवन जी सके
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