सिविल अस्पताल में एक नर्स की लापरवाही की वजह से एक गर्भवती महिला ने अस्पताल की पार्किंग में मृत बच्चे को जन्म दिया। महिला के पति का आरोप है कि यदि उसकी पत्नी को भर्ती कर लिया होता तो पार्किंग में डिलीवरी नहीं होती वही महिला के पति का आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे 3 हजार रुपए की मांग भी की है।
दरअसल, बल्लभगढ़ निवासी 30 वर्षीय बबीता को बल्लभगढ़ से नागरिक अस्पताल रेफर किया गया था। बल्लभगढ़ में ही डॉक्टरों ने पुष्टि कर दी थी कि बच्चा पेट में मर चुका है। बबीता का पति मणिलाल उसे लेकर सोमवार देर शाम को जिला नागरिक अस्पताल पहुंचा।
उसका आरोप है कि पहले तो डॉक्टरों ने काफी देर तक बबीता को नहीं देखा। काफी देर के बाद एक नर्सिंग स्टाफ आई और मणिलाल ग्लव्स खरीदने के लिए भेज दिया लेकिन बबीता को भर्ती नहीं किया और वह पार्किंग में आ गई। पार्किंग में अचानक तेज दर्द के साथ मृत बच्चे को जन्म दे दिया। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई।
महिला की पार्किंग की डिलीवरी की खबर जन स्वास्थ्य अधिकारियों के पास पहुंची तो उन्होंने मौके पर नर्सिंग स्टाफ को भेजा। मणिलाल का कहना था कि उसकी पत्नी मर ही वे बच्चों को अपने पेट में लिए घूम रही थी और उसका जहर पूरे शरीर में फैलने का खतरा था। मणिलाल ने आरोप लगाया कि नागरिक अस्पताल के कर्मचारियों में इलाज के लिए 3 हजार की मांग भी की थी।
प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सविता यादव ने बताया कि बच्चा गर्भ में ही मर चुका था। महिला को बल्लभगढ़ से रेफर किया गया था हालांकि एक स्टाफ नर्स की लापरवाही मामले में उजागर हुई है।
उसे वहां से हटा दिया गया है। हमारे पास 400 जोड़ी ग्लव्स हैं। इसके बावजूद भी बाहर से मंगवाना गलत है, इसको लेकर जांच चल रही है।