अपने कथा,प्रवचन और मोटिवेशनल स्पीच के चलते युवाओं और बुजुर्गों के बीच साध्वी जया किशोरी आज काफी लोकप्रिय है। साध्वी जया किशोरी का वास्तविक नाम जया शर्मा था परंतु बचपन से उनका मन अध्यात्म और भजन गाने में लगता था
जिसके कारण 7 साल की उम्र में ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया और 10 वर्ष की उम्र में सुंदरकांड गाकर चर्चाओं में आ गई और लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गयी।
13 जुलाई 1995 को कोलकाता के शर्मा परिवार में जन्मी जया शर्मा मात्र 7 की उम्र में ही अध्यात्म की तरह आकर्षित हो गई। उन्होंने बताया कि उनके दादा-दादी काफी अध्यात्मिक स्वभाव के थे और खूब पूजा – पाठ करते थे जिनमें उनका खूब मन लगता था और दादा-दादी ने भी उनको काफी प्रोत्साहित किया।इनकी माता का नाम सोनिया शर्मा पिता का नाम शिव शर्मा इनकी बहन का नाम ममता शर्मा है।
300 कथाएँ कर चुकी है जया किशोरी
जया किशोरी अब तक सर 300 कथाएं कर चुकी हैं यह भगवत गीता रामायण आदि का आयोजन करती है यह युवाओं के बीच भी काफी लोकप्रिय है क्योंकि उनके लिए मोटिवेशनल स्पीकर कर उनका मार्गदर्शन करती है युवा इनके बातों से काफी प्रभावित होते हैं।
जया किशोरी जी के फेसबुक और यूट्यूब पर भी काफी अच्छे सब्सक्राइबर्स है। ये अपने फेसबुक और यूट्यूब पर काफी सक्रिय रहती है। इनके यूट्यूब पर चार लाख छब्बीस हज़ार सब्सक्राइबर है तो वहीं फेसबुक पर करीब 16 लाख 34 हजार फॉलोअर है। यूट्यूब पर इनके भजन पर लाखों करोड़ों व्यूज मिलते हैं। लोग इन के गानों को काफी पसंद करते हैं। अपने मीठी मीठी वाणी से ये लोगों को काफी आकर्षित करती है।
जया किशोरी जी अपने प्रवचन और कथा में मिले हुए धन को नारायण सेवा के अस्पताल में दान में दे देती है जो दिव्यांग और अपंग व्यक्तियों की सेवाओं के लिए समर्पित है ।
इनको फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे 2019 का यूथ आईकॉन का पुरस्कार के साथ-साथ कई और बड़े बड़े पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। उन्होंने मीडिया को दिए हुए साक्षात्कार में बताया कि वह सामान युवती की तरह है, और वह शादी भी करेगी लेकिन उसमें समय है।
हम जया किशोरी जी के सफल स्वास्थ्य की कामना करते हैं, और उम्मीद करते हैं कि वह अपने भजन गायन से लोगों को उत्साहवर्धन करती रहेगी और अपने जीवन में तरक्की करेंगी।