एक तरफ देश कोरोना वायरस नामक जंजाल में फंसता जा रहा है तो वही मोदी सरकार-2 के पहले वर्ष पूर्ण होने पर देशभर में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा सरकार में की गई उपलब्धियों का लेखा-जोखा आमजन को सौंपा जा रहा है। इसी कड़ी में फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर के निवास से पम्पलेट के माध्यम से बीजेपी सरकार द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धि जन-जन तक पहुंचाई जा रही है।
जब देश फिर यह कहें कि यहां तक पूरा विश्व ऐसे बुरे वक्त से गुजर रहा है जिस से बाहर निकलने के लिए देश के कोने कोने से बच्चों से लेकर युवाओं तक अपने भारत को कोरोना नामक राक्षस से बचाने के गुहार लगाई जा रही हैं।
उधर अपनी जनता का मनोबल बढ़ाने की जगह देश के प्रधानमंत्री सहित उनके अधीन में चुने गए तमाम दिग्गज भाजपा नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री की ताल में ताल मिला कर काम किया जा रहा है और देश भर में अपनी पार्टी की प्रशंसा और वाह-वाह बटोरी जा रही है।
लेकिन सरकार की उपलब्धियों को पैंफलेट के माध्यम से जन जन तक पहुंचाने से क्या कोरोना वायरस से लड़ने का हल निकल आएगा? क्या सिर्फ कागज के टुकड़ों में सरकार की उपलब्धियां गिनवा देने से सरकार सच में जनहित कल्याण के बारे में सोचने लगेगी।
ऐसे कई सारे सवाल है जो आमजन के मन को कचोट रहे हैं। आखिर कब तक वह सरकार की उपलब्धि को केवल कागज मात्र पर ही देख सकेंगे, सच में सरकार आमजन के लिए कुछ ऐसा करेगी कि खुद व ख़ुद यही आमजन सरकार को मन से उनकी उपलब्धियों के लिए शुभकामनाएं देंगे।