नगर निगम की लेटलतीफी से कोई भी बेखबर नहीं है। आम लोग तो क्या निगम पार्षद ही निगम को ट्रोल करते हुए नहीं चूकते। निगम कितने ही दावे कर ले परंतु यह सब धरातल पर खोखले नजर आते हैं।
वही नगर निगम ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है जहां पर आप निगम कर्मचारियों को डिस्पोजल की सफाई करते हुए देख सकते हैं।
अच्छी बात है कि नगर निगम आम लोगों को परेशानी में देखकर साफ सफाई की ओर ध्यान दे रहा है और डिस्पोजल को साफ करवा रहा है। ताकि कचरा ना जा सके। परंतु यह नगर निगम पर एक प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है कि यह व्यवस्था पहले क्यों नहीं की गई ? क्यों पानी की निकासी की व्यवस्था पहले से नगर निगम नहीं करता ?
मानसून आने के बाद नगर निगम ने एक वीडियो जारी किया जिस पर पार्षद दीपक चौधरी ने चुटकी ली। दीपक चौधरी ने एमसीएफ की एक वीडियो में कमेंट करते हुए कहा, “इतनी भी क्या जल्दी है” इस वीडियो में लोगों की भी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है।
जितेंद्र भड़ाना ने कहा कि नगर निगम को पदम भूषण मिलना चाहिए। वही तरुण ने कहा कि “काफी जल्दी याद आ गई नगर निगम आपको” दरअसल नगर निगम की लेटलतीफी ही लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है।
दीपक चौधरी शुरू से ही नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते आए हैं। नगर निगम के पास पर्याप्त बजट ना होने के कारण सारे वार्डों में विकास कार्य अधर में ही लटके हुए हैं।
नगर निगम से यह सवाल तो बनता है की जब मॉनसून की पहले से ही पता था तो पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए ? फरीदाबाद की सड़कों की हालत देखकर और ड्रेनेज सिस्टम की बदहाली पर जनता खून के आंसू बहाने पर मजबूर है।
पानी इतना बढ़ चुका है कि लोग अपने घरों से निकलने में भी डर रहे हैं न जाने कब क्या हो जाए। सीवर के ढक्कन भी खुले हुए हैं और जगह-जगह गड्ढे होने के कारण बहुत ही दुर्घटनाएं देखने को मिली। नगर निगम कब इन सब दुर्घटनाओं से सबक लेता है यह तो देखने वाली बात होगी परंतु कहना यही होगा कि अधिकारी मस्त जनता त्रस्त।