दुनिया के सबसे बड़े खेल महोत्सव के ऊपर पूरी दुनिया की नजरें लगी हुई है दुनियाभर के देश इस खेल महोत्सव के लिए बेसब्री से इंतजार करते हैं और खिलाड़ियों को इसमें अपना हुनर दिखाने का एवं अपने देश का नाम मशहूर करने का मौका भी मिलता है खेलों के महाकुंभ ओलिंपिक के लिए भारत ने अपना अब तक का सबसे बड़ा दल तो में भेजा है।
भारत की ओर टोक्यो ओलिंपिक 2020 में 127 एथलीट हिस्सा लेंगे। 23 जुलाई से 8 अगस्त तक चलने वाले इस ओलिंपिक में भारत को शूटिंग, रेसलिंग, वेटलिफ्टिंग और बैडमिंटन आदि में पदक की उम्मीद है। भारतीय खिलाड़ी किए मौका हासिल कर लेते हैं तो भारत का नाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो जाएगा।
पिछले कुछ ओलिंपिक की तरह इस बार भी इस ‘महाकुंभ’ में हरियाणा और पंजाब के एथलीटों की संख्या सबसे ज्यादा है। इन दोनों राज्यों की भारत की कुल जनसंख्या में भागीदारी 4.4 प्रतिशत है। बावजूद इसके हरिणा और पंजाब से कुल 50 एथलीट इस बार तोक्यो में अपनी किस्मत आजमाते हुए नजर आएंगे। इनमें हरियाणा के 31 और पंजाब के 19 खिलाड़ी शामिल हैं। इसीलिए इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि भारत के खिलाड़ी ओलंपिक के ज्यादा से ज्यादा मेडल जीतकर लाएंगे ।
कुल मिलाकर भारतीय दल में 40 प्रतिशत भागीदारी हरियाणा और पंजाब के एथलीटों की है। हरियाणा पंजाब के बाद तोक्यो ओलिंपिक दल में जिन राज्यों के एथलीटों की सबसे ज्यादा भागीदारी है उनमें तमिलनाडु है। इसके बाद केरल और उत्तर प्रदेश का नंबर आता है।
पुरुष हॉकी टीम में हरियाणा के हैं 9 खिलाड़ी
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के 19 सदस्यों में से 9 हरियाणा के हैं। हरियाणा के 7 पहलवान इस बार तोक्यो में ठोकेंगे ताल। इनमें 4 महिला और 3 पुरुष पहलवान हैं। हरियाणा के चार बॉक्सर्स (3 पुरुष और एक महिला) भी पंच लगाते हुए नजर आएंगे। इसके अलावा चार शूटर्स भी शामिल हैं जिसमें 2 महिला और और 2 पुरुष हैं।
अब देखना यह है कि भारतीय खिलाड़ी दूसरे देशों के खिलाड़ियों के सामने अपना हुनर किस तरह सभी खाते हैं और किस तरह से विजय हासिल कर भारत की आन बान और शान को बचाते हैं।