पेगासस मामला : सरकार को कौनसी जरूरत आन पड़ी जो मुख्यमंत्री दे रहे है बयान : कुमारी सैलजा

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फ़ोन टेपिंग के मामले से राज्य में सियासती हलचल होती दिखाई दे रही है पक्ष और विपक्ष दोनों में घमासान होना शुरू हो गया है वही कांग्रेस पार्टी की प्रदेशध्यक्ष कुमारी सैलजा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है पेगासस को लेकर दोनों ने दो घंटे के बीच मीडिया से रूबरू हुए और एक दूसरे की केंद्र सरकार पर हमला बोला।

पेगासस मामला सड़क से लेकर संसद तक तूल पकड़ता जा रहा है इससे केंद्र सरकार खुद को घिरता देख सरकार के बचाव में आए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि फ़ोन टेपिंग में मेरा नाम भी लिस्ट में शामिल हो सकता है मैं खुद सावधानी रखूंगा मुख्यमंत्री ने आगे बात करते हुए कहा कि इस तरह में सॉफ्टवेयर प्राइवेट जासूसी एजेंसी बनाती है किसको यह बेचती है या क्या इनके हित मे है यह एक उनका मामला है

पेगासस मामला : सरकार को कौनसी जरूरत आन पड़ी जो मुख्यमंत्री दे रहे है बयान : कुमारी सैलजा

50 हजार नम्बर इसके लिए रिलीज किये गए हैं यह उनका लक्ष्य हो सकता हो लेकिन यह किनसे बनाया कौनसी कंपनी ने कहा से नंबर लिए इस बात की अभी तक कोई जानकारी नही हैं मेरे पास भी फोन है मैं खुद इस बात का ध्यान रखूंगा क्या पता मेरे फोन भीं टैप हो रहा हो ।

अनेको कंपनी है जो इस तरह के सॉफ्टवेयर को बनाती है जो जासूसी के लिए यूज़ होते हैं पर इसमे हमारा कोई रोल नही है यदि हमे हरियाणा से कोई शिकायत मिलती है तो हम इस पर संज्ञान मेंलेकर जरूर पता लगा लेंगे की कौन इसके पीछे सामिल है

सरकार क्यों साधे बैठी है चुप्पी

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी समेत देश के विपक्षी नेताओं न्यायाधीश ,पत्रकारों के फोन टैप किये गए है तो अब सरकार क्यों मौन बैठी है सरकार को यह बात पता नहीं चाहिए क्या यह जासूसी सरकार ने कराई है या किसी प्राइवेट एजेंसी नहीं या फिर किसी बाहरी दुश्मन देश में क्योंकि इस तरह के कार्य अधिकारों के हनन में शामिल होते हैं

पेगासस मामला : सरकार को कौनसी जरूरत आन पड़ी जो मुख्यमंत्री दे रहे है बयान : कुमारी सैलजा

लेकिन सरकार की ओर से जासूसी प्रकरण को दबाने के लिए अनाप-शनाप बयानबाजी की जा रही है शैलजा ने कहा कि ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया जाता यह किसी खास गलत इरादों के साथ इस तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है लेकिन यहां पर अधिकारों पर हमला हो रहा है

राजनीति का खेल खेलने व सरकार गिराने के लिए इन सॉफ्टवेयरओं का इस्तेमाल किया जाता है कर्नाटक इसका जीता जाता उदाहरण है कर्नाटक में सरकार गिराने में ऐसी चीजों को इस्तेमाल हुआ था इस सॉफ्टवेयर से व्हाट्सएप को भेजा जा सकता है केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आखिर सरकार को ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी की अपने मुख्यमंत्री द्वारा ही अपनी सफाई पेश की जा रही है हालांकि यह बात गलत नहीं होगी कि मोदी सरकार हर सही मुद्दे को डी रेल करती है