अक्सर कुछ लोग ऐसे काम कर जाते हैं जो चर्चा का विषय बन जाते हैं।और वही अगर सोशल पर आ जाए तो क्या बात। जी हाँ, सोशल मीडिया की दुनिया बेहद निराली और अलग भी है।सोशल मीडिया पर कई बार आपको ऐसे पोस्ट दिख जाते हैं कि आप अपनी हंसी नहीं रोक पाते।
इन दिनों आम जनता से सीधे संवाद करने के लिए ढेर सारे मंत्री और नेताजी ट्विटर पर बेहद सक्रिय रहते हैं। शिकायत करते ही जनता को जवाब मिल जाता है। जनता खुश और मंत्री जी के भी वारे न्यारे, लेकिन कई बार लोग उल जुलूल मदद भी मांग लेते हैं। अब ज़रा तेलंगाना का ही ये मामला देखिए।
भाई साहब को चिकन बिरयानी में लेग पीस नहीं मिला तो फटाफट मंत्री जी को शिकायत कर डाली। और तो और नेताजी ने भी बड़े प्यार से ट्विटर पर उन्हें समझा डाला। तेलंगाना के नगर प्रशासन और शहरी विकास मंत्री केटी रामाराव, यानी केटीआर ट्विटर पर बेहद लोकप्रिय हैं।
हाल के दिनों में जिस किसी ने भी केटीआर से मदद मांगी उन्होंने किसी को निराश नहीं किया। खास कर कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन के बीच उन्होंने लोगों को मेडिकल सुविधा और ई-पास के भी इंतज़ाम कराए। ऐसे में तेलंगाना के एक शख्स को लगा कि मंत्री जी लोगों के इतने मददगार हैं तो उनकी भी वो जरूर मदद करेंगे।
और ऐसा हुआ भी। हुआ ये कि रघुपति नाम के एक शख्स ने चिकन बिरानी का ऑनलाइन ऑर्डर किया। लेकिन जैसे ही वो खाने के लिए बैठा तो बेहद मायूस हो गया। वजह थी बिरयानी में लेग पीस का न मिलना। इसके बाद उन्होंने ट्विटर पर केटीआर को शिकायत कर डाली।
रघुपति ने ट्वीट करते हुए ज़ोमैटो और केटीआर को टैग किया। उन्होंने लिखा, ‘मैंने चिकन बिरयानी का ऑर्डर किया, जिसमें मैंने एक्सट्रा मसाला और लेग पीस की मांग की थी। लेकिन मुझे कुछ भी नहीं दिया गया। क्या लोगों को सर्विस देने का यही तरीका है। इसके बाद केटीआर ने भी उनके इस ट्वीट का जवाब दिया और लिखा, और भाई मुझे क्यों टैग किया है? इसमें मुझे क्या करने के लिए कह रहे हो।
हालांकि कुछ देर के बाद रगुनाथ ने इस ट्वीट को हटा लिया। लेकिन तब तक लोगों ने इसकी स्क्रीन शॉर्ट ले ली थी और देखते ही देखते ये वायरल हो गई। इसी बीच ट्विटर पर मंत्री और बिरयानी प्रेमी के बीच चल रहे संवाद में हैदराबाद के सांसद भी कूद पड़ते हैं और अपने मज़ाकिया अंदाज़ में ट्वीट करते हुए लिखा, केटीआर के कार्यालय को तुरंत जवाब देना चाहिए।
यह कहना चाहिए कि मंत्री जी और उनकी टीम इस महामारी के दौरान लोगों की चिकित्सा आवश्यकताओं के जवाब दे रही है। खैर ये तो सब है जो है, लेकिन इतना ज़रूर है कि अगर ऐसे ही रिप्लाई सभी नेतागण झटपट दें, तो शायद जनता को इससे अच्छा लगे और इस तरह से जनता और नेता के बीच का गैप भर सके।