गुरनाम सिंह चढूनी एक ऐसा नाम जिसने किसान आंदोलन में जान लगा दी। किसान आंदोलन के साथ-साथ खोरी गांव वासियों के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। शुक्रवार को गुरुनाम सिंह चढूनी खोरी गांव वासियों से मिलने फरीदाबाद पहुंचे ही थे कि
फरीदाबाद पुलिस ने खोरी गांव से 2 किलोमीटर दूर उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्हें सेक्टर 12 लघु सचिवालय ले जाया गया। जहां पर डीसी यशपाल यादव से मीटिंग कराई गई। पत्रकारों से बात करते हुए चढूनी ने कहा, खोरी गांव के लोग भी इंसान है और धरती पर ही पैदा हुए हैं और वह धरती पर ही रहेंगे।
इसी बात को लेकर गुरुनाम सिंह चढूनी सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात करेंगे और उन्हें खोरी गांव वासियों की समस्या से अवगत कराएंगे। मुलाकात करके सीएम से गुहार लगाएंगे की खोरी गांव की जमीन फारेस्ट डिपार्टमेंट से वापस ली जाए और खोरी गांव वासियों को वापस दी जाए।
इससे गांव वासियों को भी आराम रहेगा और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी सम्मान होगा। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा कि कोर्ट वही कानून को लागू करता है जो संविधान में लिखे होते हैं। संसद में ना जाने वाले सवाल पर गुरनाम सिंह ने कहा कि मैं जल्द ही संसद में दिखाई दूंगा।
उन्होंने कहा कि हम राजनीति नहीं कर रहे हैं बीजेपी पार्टी शुरू से ही राजनीति करती है। उन्होंने कहा अब किसान आंदोलन दोगुने जोश के साथ शुरू होगा। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी राजनीति करें तो पुण्य और हम करें तो पाप ऐसा क्यों ? बीजेपी किसान और आम आदमी का शोषण कर रही हैं।
उन्होंने अंत में यह कहा कि हम मिशन पंजाब पर कायम रहेंगे और किसान आंदोलन का हिस्सा हूं ऐसा था और सदैव रहूंगा।