फरीदाबाद : महामारी ने जैसे ही दस्तक दी तो पूरे देश मे हाहाकार मच गया इससे फरीदाबाद भी अछूता नही रहा , लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इससे निपटने के लिए महामारी की दवा लगाने के लिए लोगो को जागरूक किया लेकिन इस समय फरीदाबाद वेक्सीन के अभाव से जूझ रहा है वही टीके का टोटा लोगो की नॉकरी के लिए भी आफत साबित हो रहा है क्योंकि निजी कम्पनी अपने कामगारों को बिना टीकाकरण काम करने की इजाजत नही दे रही
टीके का अभाव ना केवल लोगो की है स्वास्थ्य विभाग के साथ कामगारों और निजी कंपनियों के लिए भी मुसीबत बन रहे हैं उधर मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ रणधीर सिंह पुनिया ने कहा कि जिले में टीकाकरण प्रदेश की टॉप 2 नंबर पर है हालांकि पहले नम्बर है
कंपनी ने टीकाकरण कराने के बाद काम पर आने के लिए कहा है ऐसे में उन्हें यदि अलग से टीकाकरण के लिए बुलाया गया तो उनके लिए भी मुसीबत खड़ी हो सकती है रोजाना हॉस्पिटल में लगने वाली लंबी लाइन इस बात का सबूत है कि अभी भी स्वास्थ्य विभाग उस तरीके से अपनी तैयारियां नहीं कर करके बैठा है जिस तरीके से उसके कथन थे
इस इस बारे में जब उद्योगपति बी. आर भाटिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सभी कंपनियों ने यह आदेश जारी किए हैं कि सभी कामगार वैक्सीनेशन के बाद ही फैक्ट्री या कंपनी में काम कर सकते हैं यह उनकी सेहत के लिए और दूसरों की सेहत के लिए भी अति आवश्यक है
हालांकि एफ आई ए खुद इस में अपनी सहभागिता निभा रहा है बहुत सारे मेडिकल कैंप लगाकर लोगों को वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध करा रहा है लेकिन उसके बावजूद भी काफी लोग ऐसे रह जाते हैं जो समय पर टीकाकरण नहीं लगा पाते उसके लिए सरकार को उन सभी लोगों के लिए उचित सुविधा प्रदान करनी चाहिए
क्योंकि जिस तरह से महामारी का प्रकोप के प्रभाव से हम लोग अभी निकले ही हैं और थर्डवेव आने को है इसलिए सभी को वैक्सीनेशन कराना अति आवश्यक है हालांकि सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है एक एक्सपर्ट हर हॉस्पिटल में बिठाना चाहिए ताकि टीकाकरण के लिए लंबी लगने वाली कतारें कम हो सके
फरीदाबाद के जिला अस्पताल में आए दिन लोगों की कतारें देखने को मिलते हैं कुछ लोग बिना टीकाकरण के ही वापस घर को लौट जाते हैं इसी तरह एनआईटी-5 स्थित ईएसआई डिस्पेंसरी में टीके की खेप न होने के कारण दिव्यांग सुरेश बिना टीकाकरण ही लौट गया। सुरेश का कहना है की दो दिन लगातार चक्कर काटे फिर भी टीकाकरण नहीं हुआ। खास वर्ग के लिए टीकाकरण की कोई विशेष सुविधा का लाभ भी उन्हें नहीं मिला।
10.90 लाख लोगों को लगी वैक्सीन
कोविन पोर्टल के अनुसार प्रदेश में अभी तक टीके की 1.90 लाख डोज लगाई जा चुकी है। पूरे प्रदेश में गुरुग्राम अव्वल है। वहीं, फरीदाबाद का दूसरा स्थान है। जिले में अब तक 10.90 लाख डोज लगाई जा चुकी हैं।