फिल्मों में आपने देखा होगा या फिर किताबों में भी पढ़ा होगा कि देश की रक्षा करने के लिए कमांडो बहुत ही दुर्लभ चीजे करते हैं। ‘मुश्किल वक्त, कमांडो सख्त’, ये लाइन सुनते ही आपके दिमाग में एक ऐसे इंसान की छवि आती है जो दुनिया में सबसे सख्त है। एक ऐसा कमांडो जो किसी भी खतरनाक मिशन को भी पूरा कर सकता है। अमेरिका के मरीन कमांडो को दुनिया की सबसे खूंखार कमांडो फोर्स है। अमेरिकी मरीन कमांडो वो फोर्स है जो द्वितीय विश्व युद्ध से ही सक्रिय है।
दुश्मन कभी भी इसके सामने ज़्यादा देर तक नहीं टिक पाता है। काफी जल्दी अपने घुटने टेक देता है। इस कमांडो फोर्स के बारे में कहा जाता है कि इसका नाम आते ही दुश्मन कांपने लगता है।
इनकी ट्रेनिंग इतनी कठिन होती है कि हर कोई इसे पास नहीं कर सकता। दृढ़ इच्छा की इसमें ज़रूरत होती है। आपको बता दें कमांडो शब्द लैटिन भाषा के शब्द कमांडेर से बना है। कमांडो वह योद्धा या किसी सेना का वो योद्धा होता है जो स्पेशल ऑपरेशंस को को मुश्किल वॉर टेक्निक के साथ किसी मिशन पर लेकर जाता है। हकीकत में कमांडो वो यूनिट होती है जो हर तरह के ऑपरेशन के लिए हर पल रेडी रहती है।
कई मुश्किल टास्क को इसने पलभर में सुलझाया है। सबसे खतरनाक फाॅर्स है यह। यह यूनिट अमेरिकी सेनाओं की एक ब्रांच है। मरीन कमांडो, यूएस नेवी की मदद से समंदर पर यह अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हैं। यहां पर आपको बता दें कि मरीन कमांडो और नेवी सील कमांडो पूरी तरह से अलग हैं। अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने वाले नेवी सील कमांडो, सिर्फ यूएस नेवी का हिस्सा हैं।
इन्हें ढंग से अच्छा खाना भी नसीब नहीं होता है। इनकी ट्रेनिंग में इन्हें सांप खिलाना भी सिखाया जाता है। इन्हें जंगल में जिंदा रहने की टेक्निक सिखाई जाती है। इस सर्ववाइवल टेक्निक पर सबसे ज्यादा जोर दिया जाता है। इस टेक्निक में इन्हें कोबरा का खून पीना होता है,जिंदा मुर्गों को मारकर उन्हें खाना, छिपकली को मारकर उन्हें खाना और इन्हें जंगल में रहने वाले बाकी जिंदा जानवरों को मारकर खाना होता है।