जब भी कोई व्यक्ति अपराध करता है तो उसे सजा दी जाती है। किसी भी अपराधी को बिना सजा के नहीं छोड़ा जाता है। सभी देशों ने अपराध नियंत्रण के लिए विशेष कानून बनाए गए हैं। किसी भी अपराधी को उसके अपराध के लिए कानून के तहत सजा जरूर दी जाती है, चाहे वो अपराध छोटा हो या बड़ा। किसी अपराधी को उसके द्वारा किए गए अपराध के लिए जुर्माना भरना पड़ता है, तो वहीं किसी अपराधी को कुछ समय जेल में गुजारना पड़ता है।
अपराध करने के बाद अपराधियों को कई कड़ी सजाएं दी जाती हैं उसके अपराध के अनुसार। जरा सोचिए अगर किसी अपराधी को उसके अपराध के लिए अजीबोगरीब सजा दी जाए, तो कैसा होगा? कुछ ऐसे ही अजीबोगरीब सजाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे।
यह सजाएं ऐसी हैं जिनको सुनकर अपराधी सोचते हैं कि ‘बस यही सजा थी?’ स्पेन के एंडालूसिया में रहने वाले एक 25 वर्षीय युवक के माता-पिता ने उसे पॉकेट मनी देनी बंद कर दी थी, जिसके बाद वह इस मामले को अदालत में ले आया। हालांकि, अदालत ने उल्टे उसी को सजा सुना दी कि अगले 30 दिन के अंदर उसे उसके माता-पिता का घर छोड़ना पड़ेगा और अपने पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा।
इस सजा ने उस व्यक्ति की ज़िंदगी बदल कर रख दी। उसे कुछ सीखने का मौका मिला। ऐसे ही 2003 में अमेरिका के शिकागो में रहने वाले दो लड़कों ने क्रिसमस की शाम चर्च से ईसा मसीह की मूर्ति चुराई थी और उसे नुकसान पहुंचाया था। इस जुर्म का दोषी पाते हुए दोनों को 45 दिन के लिए जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा उन्हें अपने गृहनगर में एक गधे के साथ मार्च करने का भी आदेश दिया गया था।
अब सोच में पड़ गए होंगे कि क्या ऐसी सजाओं से भी कुछ फर्क पड़ता है अपराधी को? खैर यह बात तो वह अपराधी ही बता सकते हैं।