मेवात को बनाया मिनी पाकिस्तान :- लॉक डाउन और कोरोना काल के दौरान हरियाणा प्रदेश का मेवात जिला हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों को लेकर लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है और हाल ही में पूर्व जस्टिस पवन कुमार कि अध्यक्षता में 4 सदस्यों की टीम द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट ने मेवात में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचारों को पर विशेष प्रकाश डाला है।
पूर्व जस्टिस की अगुवाई में सामने आई इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हरियाणा का मेवात जिला धीरे धीरे हिंदुओं के लिए कब्रिस्तान के समान होता जा रहा है। यहां पर विशेष धर्म के लोगो द्वारा दलित बच्चियों एवं महिलाओं का अपहरण और गैंग रेप, पुरषों के साथ मारपीट एवं हत्या और गैर इस्लामिक लोगो का धर्मांतरण आम बात हो गई है।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पूर्व जस्टिस पवन कुमार ने मेवात में घटित हुई कुछ ऐसी वास्तविक अपराधिक घटनाओं का जिक्र किया जो मेवात के ऐसे हालातो को दर्शाती है कि जिनसे हरियाणा की कानून व्यवस्था के साथ साथ लोकतंत्र पर भी सवाल उठाए जाने अति आवश्यक है।
मेवात में दलितों और गैर इस्लामिक लोगों पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए पूर्व जस्टिस पवन कुमार ने बताया कि मेवात में हिंदुओं की स्थिति ऐसी हो चुकी है जो शायद पाकिस्तान में बचे अल्पसंख्यक हिंदुओं की भी नहीं होगी इसलिए मेवात को मिनी पाकिस्तान कहां जाना गलत साबित नहीं होगा।
पूर्व जस्टिस पवन कुमार द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में मेवात में दलितों के साथ हुई कुछ अपराधिक घटनाओं का जिक्र :-
मेवात मॉडल स्कूल घटना ( 2017 ) :-
वर्ष 2017 में कुछ हरियाणा के मेवात से एक घटना सामने आयी जिसमें पाया गया कि मेवात के एक सरकारी स्कूल मेवात मॉडल स्कूल में स्कूल प्रबंधकों द्वारा स्कूल में पढ़ने वाले गैर इस्लामिक छात्रों पर धर्म परिवर्तन करने के लिए और नमाज पढ़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
यदि कोई छात्र ऐसा करने से मना करता है तो उसके साथ अध्यापक मोइनुद्दीन, वार्डन आरिफ द्वारा एक अन्य अध्यापक मारपीट की गई और जब यह मामला संज्ञान में आया तो इस मामले में शामिल सभी का तबादला कर दिया गया।
16 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म ( 2018 ):-
वर्ष 2018 में एक मामला सामने आया जिसमें पाया गया कि 16 साल की लड़की ने मेवात जिले के नूँह में आत्महत्या कर ली। पड़ताल हुई तो पता चला कि इस आत्महत्या से पहले 8 लड़कों ने उसका अपहरण करके कुछ दिन पहले उसके साथ दुष्कर्म किया था।
ऐसे घृणित कुकर्म को अंजाम देकर वह उसे खून से लथपथ हालात में उसके घर के बाहर छोड़ गए। पड़ताल में यह भी पता चला कि आरोपित गाँव के रसूखदार परिवार से थे। जिन्होंने रेप की शिकायत दर्ज होते ही पीड़िता के परिवार पर केस वापस लेने का दबाव बनाना शुरू कर दिया था।
धर्म परिवर्तन न करने पर हिन्दू परिवार पर हमला ( 2018 ):-
वर्ष 2018 में ही मेवात के नगीना खंड गाँव मोहालका से दलित परिवार पर जानलेवा हमला करने की बात सामने आई थी। जाँच में मालूम चला था कि गाँव में रहने वाले किशन के परिवार पर इस्लाम नाम का युवक लंबे समय से धर्म परिवर्तन का दबाव डाल रहा था।
लेकिन जब किशन के परिवार ने इससे इंकार किया तो इस्लाम, तौफीक, मोसिम, अतरु, असमीना ने उसके परिवार पर लाठी डंडों व सरिया से जानलेवा हमला कर दिया और जातिसूचक शब्दों से संबोधित कर उन्हें अपमानित भी किया।
धर्म परिवर्तन न करने पर दलित लड़की का रेप (2018):-
वर्ष 2018 में ही 2 साल पहले एक दलित लड़की के धर्म परिवर्तन, रेप, अपहरण का भी मामला आया था। जिसमें जाँच से मालूम हुआ था कि परिवार से नाराज होकर एक लड़की अपने घर से निकली और बाद में लापता हो गई। परिजनों ने उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट भी कराई।
लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। बाद में खोजबीन हुई तो पता चला कि एक फरजाना नाम की महिला उसे अपने साथ ले गई थी। यहाँ उसने लड़की को न केवल मुस्लिम नाम दे दिया था। बल्कि कथित तौर पर उसे नमाज पढ़वाकर गौंमास भी खिलाया और बाद में इस्लाम नाम के व्यक्ति को 40 हजार में बेचने की कोशिश की।
14 वर्षीय नाबालिक बच्ची का घर में घुसकर रेप (2018):-
हरियाणा के मेवात में साल 2018 में ही एक नाबालिग से साथ दुष्कर्म की चौंकाने वाली घटना सामने आई थी। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नूँह के भंडका में घटी इस घटना में पुलिस ने 14 वर्षीय लड़की के घर में घुसकर उसके साथ रेप करने के आरोप में असलम को गिरफ्तार किया था।
जबकि बाकी दोनों उस समय तक पकड़ में नहीं आए थे। बच्ची के पिता ने बताया था कि उनकी बच्ची घर में सोई हुई थी। तभी असलम और दो अन्य लड़के आए और मुँह में कपड़ा डालकर उसका रेप करने लगे। जब लड़की के पिता घर में आए तो उन्होंने असलम को रेप करते देखा और फिर शोर मचाकर उसे पकड़वा दिया।
लव जेहाद कर लड़की का धर्म परिवर्तन (2019):-
वर्ष 2019 में मेवात में लव जिहाद का मुद्दा चर्चाओं में आया था। इस दौरान मालूम चला था कि जेहाद के नाम पर एक महिला पर हमला हुआ। वहाँ दो मुस्लिम युवकों आकिल खान और राशिद ने पहले लड़की का अपहरण किया और फिर धर्म परिवर्तन करवा दिय़ा। इस घटना के सामने आने के बाद शहर में जगह-जगह तनाव बढ़ता दिखा था और प्रदर्शनकारियों ने गुरुग्राम अलवर नेशनल हाइवे को 11 घंटे तक जाम भी किया था।
शादीशुदा महिला के साथ महीनों तक रेप (2020):-
इसके बाद साल 2020 की फरवरी में मेवात के तावडू स्थित एक गाँव में एक शादीशुदा महिला के साथ कई महीनों तक गैंगरेप की घटना सामने आई थी। महिला ने दरिंदों के चंगुल से छूटने के बाद पाँच युवकों पर अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस दौरान पीडि़ता ने कहा था कि उसे नशीले पदार्थ देकर गैंगरेप होता था और विरोध करने जाने से मारने की धमकी व अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकिया मिलती थीं।
मिनी पाकिस्तान में बकरी के साथ दुष्कर्म ( 2020 ):-
कुछ समय पहले बकरी के साथ बलात्कार का मामला गर्माया था। ये कुकर्म भी हरियाणा की धरती पर स्थित मेवात के मरोधा गाँव में अंजाम दिया गया था। जिसके बाद इस मामले के संबंध में जाफर खान और साहुकार खान की गिरफ्तारी हुई थी। जबकि रेप करने वाले कुल 8 लोग थे।
मंदिर के महंत पर विशेष धर्म के लोगों द्वारा किया गया हमला ( 2020 ) :-
बीते दिनों हरियाणा के मेवात जिले में स्थित पुन्हाना में मुक्तिधाम आश्रम के प्रमुख महंत रामदास महाराज के साथ मुस्लिम बहुल इलाके में कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर बदसलूकी, मारपीट और जान से मारने की नीयत से हमला करने का मामला सामने आया था।
महंत के समर्थन में आए हिंदूवादी संगठनों ने बताया था कि बुधवार (अप्रैल 29, 2020) की सुबह महंत रामदास महाराज पर आरोपितों ने तथाकथित धार्मिक भावनाओं के आहत होने को निशाना बनाते हुए अभद्र धार्मिक टिप्पणियाँ की। साथ ही इलाके के सभी साधु-संतों को पुन्हाना से भगा देने की धमकी भी दी थी।
मेवात बना मिनी पाकिस्तान
मिनी पाकिस्तान :- ये केवल कुछ मामले है जो मेवात में विशेष समुदाय द्वारा गैर इस्लामिक लोगो पर हुए अत्याचारों को बयान करते है इसके अतिरिक्त सैकड़ों मामले ऐसे है जिनकी न तो कभी रिपोर्ट दर्ज हुई और न ही कभी चर्चाओं में आए।
बता दे की मेवात में अधिकतर हिन्दू परिवार अपनी पुस्तैनी जमीन छोड़कर पहले ही पलायन कर चुके है और अब केवल कुछ दलित हिन्दू परिवार ही मेवात में बचे है जिनपर रोजाना बहुसंख्यक समुदाय के लोगो द्वारा घोर अत्याचार किए जाते है।
हरियाणा के मेवात में हिन्दुओं के साथ हो रहे इस अत्याचार को देखते हुए मेवात को छोटा पाकिस्तान भी कहा जाता है। पूर्व न्यायाधीश ने ये बात हालिया संदर्भ में बताई थी कि मेवात के 500 गाँवों में 103 गाँव हिंदूविहीन हो गए हैं और 84 गाँवों में 4-5 परिवार शेष है।