फरीदाबाद में कोरोना का आंकड़ा रोजाना नए रिकॉर्ड कायम कर रहा है जिसके चलते अभी तक फरीदाबाद में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1050 के पार पहुंच चुकी है और करीब 21 लोगो को जान इस घातक वायरस के कारण फरीदाबाद में जा चुकी है जो पूरे प्रदेश में इस वायरस के कारण हुई मौतों का करीब 32.7% है।
ऐसे में फरीदाबाद जिले प्रशासन अपनी तरफ से पूरी सतर्कता के साथ कार्य कर रहा है ताकि इस महामामारी को किसी भी तरीके से कम्युनिटी ट्रांसमिशन के घातक चरण में पहुंचने से रोका जा सके। लेकिन फरीदाबाद में कोरोना संक्रमितों द्वारा बरती जा रही लापरवाही प्रशासन के इस प्रयास पर पानी फेर रही है।
अभी कुछ दिनों पहले मामला सामना आया था कि फरीदाबाद में 10 कोरोना संक्रमित स्वास्थ्य कर्मियों की पहुंच से गायब है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि ये लोग जब कोरोना की जांच कराने आए थे तब इन लोगो द्वारा गलत पता एवं मोबाइल नंबर दर्ज कराया गया था।
जब इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव अाई तो इन लोगो से संपर्क नहीं हो पाया और अब ये संक्रमित लोग स्वास्थ्य विभाग की पहुंच से दूर है जिनकी तलाश स्वास्थ्य द्वारा कि जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि ऐसे लोग इस संक्रमण को फैलने का बड़ा कारण बन सकते है।
इसलिए आगे से ऐसी लापरवाही को रोकने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुछ कड़े कदम उठाए गए है। जिसके चलते अब जांच करने आए प्रत्येक मरीज को मोबाइल पर एक फॉर्म भरना होगा जिसके बाद ही मरीज की जांच संभव हो पाएगी। जिन लोगो के पास मोबाइल नहीं होगा उनका फॉर्म स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भरेंगे।
इस फॉर्म का लिंक जांच कराने वाले लोगो को जिला प्रशासन की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। फॉर्म में लोगो को अपना नाम, पता, आयु, पत्नी का नाम, बच्चों का नाम, ट्रेवल हिस्ट्री, कितने लोगों से हर रोज संपर्क होता है आदि जानकारी देनी होंगी। यह जानकारी जिला प्रशासन के पास रिकॉर्ड के रूप में सुरक्षित रहेगी।
फरीदाबाद सिविल सर्जन ने बताया कि बीते कई दिनों से कोरोना जांच कराने आए लोगो की पहचान करने में परेशानी आ रही थी। इसलिए डीसी फरीदाबाद के साथ इस संबंध में बैठक हुई जिसमें ऑनलाइन फॉर्म भरने की इस प्रक्रिया को लागू करने का निर्णय लिया गया है। आने वाले एक से दो दिन में यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग लोगो से लगातार अपील कर रहा है कोई भी व्यक्ति अपनी जानकारी न छुपाए क्यूंकि ऐसे करने से वे इस माहमरी को और अधिक लोगो तक पहुंचाने का एक बड़ा कारण बन सकते है। साथ ही फरीदाबाद पुलिस आयुक्त केके राव द्वारा भी ऐसा करने वाले लोगों को सख्त चेतवानी दी गई है।
जिसमें कहा गया है कि फरीदाबाद में देखने को मिल रहा है कि कोरोना जांच करवाने वाले लोग अपना गलत नाम व दर्ज करवा कर जिला प्रशासन की आंखो में धूल झोंकने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी इसलिए कोई भी अपनी जानकारी न छुपाए।