टोक्यो ओलंपिक में फरीदाबाद की मुखर्जी सोमवार को अपने दूसरे राउंड के मुकाबले के लिए टोक्यो ओलंपिक में निराश हुई । इससे परिजन व फरीदाबाद वासियों की उम्मीदें भी आप टूट चुकी आपको बता दें कि फरीदाबाद वासियों ने ही नहीं बल्कि पूरे देश में सुतीर्था से काफी आस लगाई थी लेकिन इस बार किस्मत ने सुतीर्था का साथ नहीं दिया पिछले 4 महीने से सुतीर्था जिला फरीदाबाद में ही रह रही थी ।
आपको बता दें सुतीर्था टेबल टेनिस में पुर्तगाल की फू यू के साथ रावण मुकाबला खेलने के लिए मैदान में उतरी थी इसमें सुतीर्था 4-0 से मैच हार गई। उन्होंने बेहद शानदार परफॉर्मेंस के साथ अपने प्रतिद्वंदी फू यू का मुकाबला किया लेकिन उसे हरा नहीं पाए।
क्यों हारी सुतीर्थ ?
आपको बता दें कि सुतीर्था बैक हैंड साइड से खेलती है यह रणनीति प्रतिद्वंदी पर काफी भारी पड़ती है लेकिन सोमवार सुबह खेले गए मुकाबले में सुतीर्था 4 हैंड साइड से ब्लॉक बनाकर खेलने में बिछड़ गए इसी कारण पुर्तगाली प्रतिद्वंदी उन पर हावी रहे फिर भी सुतीर्था रियो ओलंपिक में काफी शानदार प्रदर्शन करके लौटेंगे।
अकादमी के सभी खिलाड़ियों की प्रेरणा रही है सुतीर्था और वह बीते 10 साल से चैंपियनशिप जी टी आई है उनके अनुभवों से नई खिलाड़ी काफी कुछ सीखेंगे अकादमी के कई खिलाड़ी इंडियन सर्कल में सुतीर्था के अनुभव से काफी कुछ सीख सकते हैं और अंडर 12 अंडर 15 प्लेयर 2024 के ओलंपिक के लिए तैयारी नहीं कर सकते हैं।
इस बार 23 जुलाई से जापान के टोक्यो में ओलंपिक खेल शुरू हो चुके हैं इसमें मीराबाई चानू ने देश के लिए रजत पदक जीतकर सबसे पहला मेडल हासिल किया ऐसा पहली बार हुआ है जब पहले दिन ही देश के किसी खिलाड़ी ने पदक तालिका सूची में अपना नाम दर्ज कराया हो ऐसे में 26 वर्ष किसानों के प्रदर्शन से ना सिर्फ अन्य खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा बल्कि देश की उम्मीद है कई गुना बढ़ गई।
अब देखना यह रहेगा कि आ गए इस मुकाबले में खिलाड़ी भारत देश के लिए कितने पदक जीतकर लाते हैं