महामारी से बचाव के लिए सरकार ने कुछ गाइडलाइंस जारी की है। गाइडलाइंस के मुताबिक कही भी भीड़ ना इक्कट्टी की जाए व नियमित दूरी बनाई जाए। गाइडलाइंस के मुताबिक, शादी समारोह में भी सीमित संख्या में ही लोगों को शामिल होने की इजाजत है। हालांकि, ये गाइडलाइंस का पालन करना एक दूल्हे को महंगा साबित हुआ है।
दरअसल हुआ यू की जब दूल्हा कम बारातियों को लेकर मंडप पर पहुंचा तो लड़की वाले इस बात से नाराज़ हो गए और उन्होंने शादी से इनकार कर दिया।
दुल्हन के चाचा ने बाराती कम आने पर विवाह करने से इनकार कर दिया और बेटी का विवाह दूसरे लड़के के साथ करा दिया।
आपको बता दे की ये दिलचस्प किस्सा थाना राया इलाके के तेहरा गांव का है। तेहरा निवासी मदन ने अपनी बेटी की शादी मांट गांव नगला में रहने वाले सूरज पाल सिंह के साथ में तय किया था। शादी वाले दिन निर्धारित समय पर बारात गाजे-बाजे के साथ तेहरा गांव पहुंची थी।
लेकिन कम बाराती होने की वजह से लड़की वाले नाराज़ हो गए। और शादी न करने का फैसला किया। दूल्हे को जब इस बात का पता चला तब बारातियों में मायूसी छा गई।
लॉकडाउन की गाइडलाइंस के चलते सूरजपाल 25-30 बारातियों को लेकर गए थे। उन्हें दूसरे ग्रामीणों ने अपने यहां पर भोजन कराया। ग्रामीणों ने बारातियों को समझाया और रात को रोक लिया। हालांकि अगले दिन सुबह ग्राम प्रधान और स्थानीय लोगों ने पंच पंचायत कर दूल्हे की दूसरे जगह पर शादी करा दी। इस शादी से वह खुश थे और खुशी-खुशी बारात अपने गांव वापस लौट गई।