हरियाणा राज्य के युवा अक्सर खेलकूद में देश का नाम रोशन करते दिखाई देते हैं। अब ऐसा नहीं है समय बदल गया है अब खेलकूद के साथ साथ हरियाणा के छोरे नेशनल और इंटरनेशनल कंपनियों में अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे हैं। पिछले कुछ समय से प्रदेश के युवा तमाम क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
खास तौर पर हरियाणा का शिक्षा स्तर बीते कुछ सालों में बेहतरीन हुआ है जिसके चलते प्रदेश के युवा अच्छी पढ़ाई कर बड़ी-बड़ी नेशनल/इंटरनेशनल कंपनियों में नौकरियां पा रहे हैं। ऐसा ही कुछ कमाल कर दिखाया है हरियाणा के चरखी दादरी जिले के जितेंद्र फोगाट उर्फ जीतू ने। जिन्हें दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल (Google) ने 1.8 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष के पैकेज के साथ नौकरी दी है।
जितेंद्र को गूगल में नौकरी मिलने की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने मिठाइयां वितरित कर खुशी मनाई। इस मौके पर जितेंद्र ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र के बच्चों के मार्गदर्शन के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा। अपनी इस बड़ी सफलता के बाद जितेंद्र ने कहा, उनका सपना गूगल जैसी बड़ी कंपनी में नौकरी करना था, इसके लिए वह पिछले करीब 7-8 महीने से रोजाना कई घंटे इंटरव्यू के लिए कठिन परिश्रम भी कर रहे थे।
गूगल जैसी बड़ी कंपनियों में कुछ ही लोगों को नौकरी मिल पाती है। उन्होंने बताया कि मैंने लगभग सात महीने की तैयारी के बाद अप्लाई किया। मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं कि मेरा चयन गूगल में हो गया है। मेरा सपना सच हुआ और मुझे अच्छा पैकेज मिला। जितेन्द्र के मुताबिक वो अपने काम के माध्यम से दुनिया भर के लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने की उम्मीद करेंगे।
जितेन्द्र ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, परिवार और दोस्तों को दिया है। जितेन्द्र की प्रारंभिक शिक्षा चरखी दादरी के केन स्कूल से हुई। उसके बाद उन्होंने लिंगायत यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बी.टेक की। फिर आईटी कंपनी इंफोसिस के चंडीगढ़ ऑफिस में कुछ समय तक नौकरी की। बाद में जितेन्द्र उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास चले गए।
जिसके पश्चात तैयारी कर गूगल जैसी बड़ी कंपनी में नौकरी पाई है। जितेंद्र के पिता रणवीर फौगाट अंग्रेजी प्राध्यापक के पद से हाल में सेवानिवृत्त हुए हैं व उनकी माता रोशनी देवी गृहणी हैं। जितेंद्र की यह कामयाबी चरखी दादरी समेत पूरे हरियाणा के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।