फरीदाबाद का खोरी गांव जो इस समय पूरे देश में बहुत चर्चा में है लेकिन आज हम आपको खोरी गांव की कुछ तस्वीरों के साथ उनके दर्द के बारे में बताएंगे कि किस तरीके से खोरी गांव में रहने वाले गरीबों पर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से कई सालों की मेहनत बर्बाद हो गई हालांकि खोरी गांव अवैध है लेकिन पूरे गांव में रहने वाले निवासी भारतीय हैं इसलिए उनका दुख साझा करना भी हमारा कर्तव्य है
दिख रहा आशियाना जल्द होगा नेस्तनाबूत
नगर निगम का पीला पंजा तोड़ता लोगों के खून पसीने की कमाई से बना घर
सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई भी हुई प्रभावित
सुंदर दिखने वाला खोरी गांव कुछ दिनों में बना खंडर
महामारी से छूटे रोजगार और घर टूटने से पैरों तले खिसक गई जमीन
साक्षात भगवान भी देखते रह गए और गरीबों के आशियाने टूटते गए
आशियाने बनाने में लगे कई साल और टूटने में लगे चंद मिनट