बकरीद का त्यौहार मुस्लिम समाज में बड़ी धूम – धाम से मनाया जाता है। कुछ ही दिनों पहले यह त्यौहार निकला है। बकरीद का पर्व जैसे-जैसे नजदीक आता है , इसकी तैयारियां तेज हो जाती हैं। बकरीद के दिन मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाला इंदौर शहर एक और कारण से सुर्ख़ियों में रहा। अमूमन बकरीद पर कुर्बानी के लिए लोग ज्यादा वजन के बकरे/बकरी को ही खरीदते हैं, लेकिन शहर में एक बकरी ऐसी भी थी जिसका वजन 175 किलोग्राम था।
इस त्यौहार के लिए स्पेशल बकरा मंडी भी सजती हैं जहां लोग खरीददारी करते हैं। लेकिन उस बकरी का वजन सुनकर सभी लोग हैरान हैं। बकरी के मालिक मोइन खान का कहना है कि इस बकरी की कीमत लोगों ने 5.5 लाख रुपये तक लगाई।
काफी महंगे दामों में बकरे – बकरियों को ख़रीदा जाता है। मोइन खान का कहना है कि बकरी को काजू, किशमिश और बादाम खिलाया गया है। मोइन ने बताया कि ये काली बकरी पंजाबी नस्ल की है। इसे वो 10 महीने से पाल रहे हैं। अभी वर्तमान में इस बकरी का वजन 175 किलोग्राम है और इसकी ऊंचाई लगभग 4 फीट है। उन्होंने बताया कि लोग इस काली बकरी को 5.5 लाख रुपए तक खरीदने को तैयार हैं, लेकिन मोइन ने कहा कि वो 10 महीने से इस बकरी को पाल रहे हैं और इसलिए ईद पर खुद ही इसकी कुर्बानी देदी।
लाखों में बकरियों को ख़रीदा जाता है ईद के अवसर पर। कुर्बानी का त्योहार बकरीद काफी खुशियों से मनाया जाता है। ईद-उल-जुहा का पवित्र त्योहार, जिसे ‘बलिदान का त्योहार’ या ग्रेटर ईद के रूप में भी जाना जाता है। इसे इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 12वें महीने धू-अल-हिज्जा की 10 तारीख को बकरीद मनाने का रिवाज़ है। ईद कुर्बान या कुर्बान बयारामी के रूप में भी जाना जाता है। यह त्यौहार वार्षिक हज यात्रा के अंत का भी प्रतीक है।
इस्लाम में इस त्यौहार की काफी मान्यता बताई जाती हैं। मुस्लिम समुदाय काफी धूम – धाम से इसे मनाता है और बेज़ुबानों की हत्या करता है।