फरीदाबाद : आद्योगिक नगरी कहे जाने वाला फरीदाबाद शहर में लॉक डाउन के दौरान सन्नाटा छाया हुआ है। जहां देसी विदेशी एमएनसी सभी प्रकार की फैक्ट्री अपना अपना कारोबार निरंतर करती है ।इस शहर की रफ्तार कोरोना वायरस की वजह से थम चुकी है। वुहान शहर से निकली इस कोरोना वायरस बीमारी हमारे देश की अर्धव्यावस्था को तहस नहस कर दिया है ।लेकिन शासन प्रशासन हर किसी का ये विचार है कि ज़िन्दगी रहेगी तो एक बार फिर कमाया जा सकता है फिर आसमान कि उचाई छू सकते है । मगर इस समय घरों में रहना ही इस बीमारी से लड़ने का एक मात्र उपाय है ।
कुछ दिनों पहले फरीदाबाद शहर में अचानक से कोरोना के पीड़ितों की संख्या बढ़ी और शहर का प्रशासन भी सख्ती से पेश आया व स्वास्थ विभाग भी चिंतित हो उठा ।
कुल मिलाकर कितने डॉक्टर्स , कितने बेड , कितने वेटिलेटर्स और कितने है कोरोना के मामले ?
फरीदाबाद शहर में अभी तक कुल मिलाकर 30 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए है । जिसमे से 5 मरीज़ ठीक हो चुके है और 160 से अधिक लोगों का टेस्ट किया जाएगा। इन कोरोना से संक्रमित लोगों में 17 जमाती है और फिलहाल कोई भी मरीज़ गंभीर अवस्था में नहीं है । शहर के 13 इलाकों को कंटेंनमैंट ज़ोन घोषित किया गया है । इन इलाकों को पूरी तरह सील किया गया है । शहर में 2600 ऑफिशियल , डॉक्टर्स और नर्सेस है और 2000 प्राइवेट ऑफिशियल्स है फिलहाल प्राइवेट और सरकारी दोनों अस्पतालों को मिलाकर 110 वेंटिलेटर 1040 बेड है । यदि शहर में कोरोना के मामलों की संख्या शहर के पास मौजूद स्वास्थ सुविधाओं से अधिक हो गई तो ये शहर के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है । फरीदाबाद शहर का प्रशासन हर वो मुमकिन कोशिश कर रहा है जिससे कोरोना के मामलों का आंकड़ा थमा रहा है । लेकिन फिर भी कुछ लोग अब भी घरों से बाहर निकल कर इस बीमारी को बड़े पैमाने पर फैलाने का कार्य कर रहे है। शहर वासियों को इस बात को समझना चाहिए कि इस बीमारी से बचने का एक मात्र उपाय घरों में रहना ही है ।इसलिए आप सभी अपने घरों में रहे और सुरक्षित रहे ।